बालोद:बचपन में दोस्त की हत्या करने का दावा टीकम कोलियारा ने किया था. उसके दावे के सालभर बाद लापता युवक छवेश्वर गोयल के पिता की अर्जी पर बुधवार को गांव में दोबारा खुदाई की गई. हैरानी की बात तो ये है कि, अर्जी आरोपी टीकम कोलियारा के पिता जगदीश कोलियारा की ओर से भी दी गई है. एसडीएम के आदेश और तहसीलदार की मौजूदगी में हुई खुदाई में कुछ अवशेष मिले हैं, जिसे डीएनए जांच के लिए रायपुर लैब भेजा गया है.
2003 में हत्या करने का किया दावा:करकभाट के टीकम कोलियारा ने परिवार और गांववालों को बताया कि "2003 में उसने गांव के छवेश्वर गोयल की हत्या कर दी थी. हत्या करने के बाद, उसे गांव के पास की जंगल में दफना दिया था." इस मामले की सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी. पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर दो दिन तक उसके द्धारा बताई गई जगह पर खुदाई की, लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा. पुलिस प्रशासन लगातार मामले की जांच में लगी थी, लेकिन कुछ दिनों बाद मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
हड्डियों के अवशेष और कपड़े मिले:पूरे मामले के विवेचक सहायक उपनिरीक्षक कांता राम ने बताया कि "एसडीएम के आदेश पर खुदाई की गई है. जगदीश कोलियारा के आवेदन पर यह कार्रवाई की गई. हमने डैम साइड खुदाई की है, जहां पर हड्डियों के अवशेष और कपड़े मिले हैं. हालांकि इस बात की पुष्टि हम नहीं करते कि यह हड्डी मानव की है या फिर कुछ और है. इन सब सैंपल्स को फॉरेंसिक लैब भेजने और वहां की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा."