नई दिल्लीः राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. देशभर में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहा है. इसी कड़ी में मंगलवार शाम कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली के लाल किला से टाउन हॉल तक 'लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च' निकालने की कोशिश की. जैसे ही नेता और कार्यकर्ता जुटे दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. पुलिस का कहना है कि मार्च की इजाजत नहीं है.
उत्तराखंड के पूर्व CM हरीश रावत ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है. हमने मशालें जलाई, जिन्हें पुलिस ने बुझा दिया. हम दिल की मशाल जलाएंगे, हर जुल्म से लड़ेंगे. बताया जा रहा है कि पी चिदंबरम-हरीश रावत जैसे दिग्गज नेताओं को लाल किला जाने से रोका गया. जेपी अग्रवाल समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. सबको न्यू पुलिस लाइन ले जाया जा रहा है.
कांग्रेस अध्यक्ष को करना था नेतृत्वःमार्च का नेतृत्व कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे को करना था. जयराम रमेश ने ट्वीट कर बताया था कि मार्च में कांग्रेस के सभी सांसद और कार्यकर्ता शामिल होंगे. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि प्रधानमंत्री मोदी तानाशाही करते हुए वायनाड से सांसद राहुल गांधी पर कार्रवाई करा रहे हैं. जिसकी वजह से उनकी सांसद सदस्यता रद्द करा दी गई. साथ ही उनका दिल्ली स्थित बंगला भी खाली कराया गया है.