देहरादून स्पा सेंटर में पुलिस की रेड. देहरादूनः राजधानी दून में स्थित स्पा सेंटरों और मसाज पार्लरों में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुलिस ने एक साथ छापेमारी की. छापेमारी के दौरान भारी अनियमितताएं मिलने पर पुलिस को चालानी कार्रवाई कर जुर्माना वसूलना पड़ा. पुलिस ने 61 स्पा सेंटर, मसाज पार्लर बंद करने का आदेश दिया है. 32 स्पा सेंटरों के खिलाफ पुलिस एक्ट में चालान कर 2 लाख 70 हजार रुपए का जुर्माना वसूला है. साथ ही संचालकों को नियमानुसार स्पा और मसाज पार्लर चलाने की चेतावनी दी.
स्पा सेंटर और मसाज पार्लर पर ताबड़तोड़ छापा: देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि कोतवाली डालनवाला, नेहरू कॉलोनी, वसंत विहार, राजपुर, थाना कैंट, कोतवाली नगर, पटेल नगर और थाना रायपुर स्थित 61 स्पा और मसाज सेंटरों पर पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया. 32 स्पा सेंटरों में नियम कानूनों का पालन नहीं किया जा रहा था.
कहीं कैमरे खराब तो कहीं रिकॉर्ड गायब: जिस पर 26 सेंटरों के खिलाफ 83 पुलिस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई. जबकि, 6 सेंटरों के खिलाफ 81 पुलिस एक्ट में चालान की कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि अवैध रूप से संचालित स्पा और मसाज सेंटरों के खिलाफ चेकिंग अभियान जारी रहेगा. किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर ऐसे सेंटरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
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एसएसपी ने क्या कहा: एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि स्पा सेंटरों और मसाज पार्लरों को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थी. जिसे देखते हुए सभी थाना प्रभारी और थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्रों में चल रहे स्पा सेंटरों की आकस्मिक चेकिंग करने के निर्देश दिए गए थे. साथ ही अनियमितता मिलने पर संबंधित स्पा सेंटर के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया था. वहीं, पुलिस ने छापेमारी के दौरान सभी स्पा सेंटरों में आगंतुक रजिस्टर में आने वाले सभी कस्टमरों की पूरी डिटेल चेक की. साथ ही सभी सेंटरों में सीसीटीवी लगे हैं या नहीं ये भी चेक किया गया. इसके अलावा सीसीटीवी में निर्धारित अवधि तक डाटा सुरक्षित है या नहीं, इसकी जानकारी ली.
थेरेपिस्ट की डिग्री डिप्लोमा के जांच के आदेश: वहीं, उन्होंने कहा कि सभी स्पा सेंटर के क्रियाकलापों की रिकॉर्डिंग सीसीटीवी में उपलब्ध रहनी चाहिए. साथ ही स्पा सेंटरों में नियुक्त थेरेपिस्ट डिग्री धारक और डिप्लोमा धारक के साथ प्रशिक्षित व्यक्ति होना चाहिए. किसी भी अकुशल थेरेपिस्ट या कर्मी से स्पा सेंटरों में कार्य न कराया जाए. साथ ही निर्देश दिए कि वर्तमान में फर्जी डिप्लोमा और डिग्री के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में सभी डिग्री व डिप्लोमा का जारीकर्ता संस्थान से सत्यापन कराया जाए. अगर फर्जी प्रमाण पत्र पाया जाता है तो उसके और संस्थान समेत स्पा सेंटर संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.