रायगढ़:साइबर अपराध को लेकर रायगढ़ पुलिस सतर्क है. पिछले कुछ माह से लगातार साइबर अपराधियों की धरपकड़ की जा रही है. इसी क्रम में बुधवार को झारखंड के जामताड़ा से चार साइबर आरोपियों को पकड़कर रायगढ़ लाया गया है. इनके पास से 69 मोबाइल सिम कार्ड और 13 मोबाइल पुलिस ने जब्त की है. आरोपी कस्टमर के मोबाइल पर फिसिंग लिंक भेज कर ऑनलाइन फॉर्म से पूरी जानकारी लेते थे और यूपीआई से पैसे निकाला करते थे. मजे की बात तो ये है कि, पकड़े गए चारो आरोपी साइबर ठगी करने से पहले मजदूरी किया करते थे. इनमें से एक ही 10वीं पास है, जबकि बाकी के तीनों पांचवी तक ही पढ़े हैं.
सभी प्रमुख बैंकों का बना रखा है डमी लाॅगइन पेज और वेबसाइट: गिरफ्तार आरोपी जामताड़ा के झिलूवाटोला क्षेत्र से सक्रिय होकर साइबर ठगी का रैकेट चला रहे थे. कस्टमर केयर के रूप में लोगों को कॉल किया करते थे और हर 7-8 दिन में अपना ठिकाना बदलते थे. लोगों को अलग-अलग मोबाइलों नंबरों के जरिए कस्टमर केयर प्रतिनिधि बनकर कॉल करते थे. आरोपियों ने एचडीएफसी, एसबीआई, आईडीबीआई आदि सभी प्रमुख बैंकों का डमी लॉगइन पेज और वेबसाइट बना कर रखा है.
लोगों को झांसे में लेकर इस तरह हासिल करते थे पर्सनल डिटेल:आरोपी कस्टमर को कॉल कर उन्हें उनका क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या एटीएम सस्पेंड होने को लेकर डराते थे. जैसे ही कस्टमर इनके झांसे में आता था और इन्हें कस्टमर के बैंक की जानकारी मिलती थी, ये कस्टमर को व्हाट्सअप या टेक्स्ट मैसेज के जरिए उसी बैंक का एक डमी लॉगिन पेज का लिंक भेज देते. कस्टमर से आईडी पासवर्ड डालकर पेज पर लॉग-इन कराकर एक ऑनलाइन फार्म फिलअप कराते थे. कस्टमर के फाॅर्म सबमिट करते ही उसके तमाम पर्सनल बैंक डिटेल इस फ्रॉड गैंग के पास पहुंच जाते. फिर ये कस्टमर के बैंक अकाउंट में आईडी पासवर्ड से लॉगिन करके उसके पैसे यूपीआई, फोन पे, पेटीएम आदि में ट्रांसफर करके निकाल लेते और आपस में बांट लेते.