प्रयागराजः धूमनगंज थाना क्षेत्र में पुलिस ने अपहरण की घटना का खुलासा करते हुए मंगलवार रात में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. व्यपारी के बेटे का अपहरण करके आरोपी बीस लाख रुपये की रंगदारी मांग रहा था. पुलिस वारदात में शामिल दो अन्य बदमाशों का भी पता लगाने में जुटी हुई है. पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने घटना का सफल खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम भी दिया है.
जानकारी देते पुलिस अधिकारी धूमनगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले गेस्ट हाउस संचालक भीम सिंह के बेटे वासु सिंह का इलाके के ही युवक ने दो साथियों के साथ मिलकर अपहरण कर लिया. घटना मंगलवार कीरात उस वक्त अंजाम दी गयी, जब वासु अपने गेस्ट हाउस से घर जाने वाला था. पुलिस के मुताबिक,वासु को उसके ही पड़ोस में रहने वाले रिटायर फौजी के बेटे सर्वेश सिंह ने बुलाया. एक ही मोहल्ले का होने की वजह से वासु से सर्वेश की दोस्ती थी, जिस वजह से वासु सर्वेश के साथ कार में बैठ गया और शराब भी पी. इसी दौरान कार में पीछे की तरफ बैठे दो अन्य युवकों ने वासु की गर्दन पर शुई लगाकर उसे बेहोश कर दिया.
इसके बाद कार सवार तीनों बदमाश बेसुध युवक को शहर से बाहर ले जाने लगे, लेकिन रात में पुलिस चेकिंग देखकर वो वापस लौट आए. इसके बाद अपहृत वासु को धूमनगंज इलाके के ही एक फ्लैट में ले जाकर बंद कर दिया. इस फ्लैट को मास्टर माइंड सर्वेश सिंह ने किराए पर लिया हुआ था. रात दो बजे सर्वेश ने वासु के फोन से उसके पिता को कॉल करके 20 लाख रुपये की फिरौती मांगते हुए पुलिस को बताने पर बेटे को मारने की धमकी भी दी थी.
उधर बेटे वासु का फोन ऑफ होने और घर न पहुंचने की वजह से परिवार वाले मामले की सूचना पुलिस को दे चुके थे. इसी दौरान फिरौती की मांग के लिए फोन आने की वजह से पुलिस ने नंबर की लोकेशन ट्रेस कर ली. पुलिस ने लोकेशन के अनुसार युवक और बदमाशों को तलाशने लगी. इसी दौरान एक महिला ने कॉल करके एक फ्लैट के अंदर से युवक के चिल्लाने की सूचना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करके आरोपियों को पकड़ने के साथ ही अगवा किये गए छात्र को सकुशल बरामद कर लिया.
कर्ज चुकाने के लिए रची थी अपहरण की साजिश
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद मास्टर माइंड सर्वेश सिंह ने पुलिस को बताया कि अपने ऊपर चढ़े कर्ज को चुकाने के लिए उसने अपरहण कर फिरौती वसूल कर कर्ज चुकाने की प्लानिंग की थी. उसने पुलिस को बताया कि जुएं की लत और कारोबार शुरू करने से पहले ही बंद होने की वजह से वो लाखों के कर्ज में डूब चुका था. इसी कर्ज को चुकाने के लिए उसने गेस्ट हाउस संचालक के बेटे को अगवा करके फिरौती वसूलने की साजिश रची थी.
फिरौती मिलने के बाद युवक का कर सकते थे कत्ल
पुलिस ने बताया कि इस वारदात में गिरफ्तार सर्वेश सिंह के साथ ही उसके दो दोस्त अभी फरार हैं. फरार दोनों बदमाशों का पुलिस पता लगाने में जुटी हुई है. डीसीपी सिटी संतोष कुमार मीणा ने बताया कि तीनों अपरहण कर्ता फिरौती की रकम मिलने पर वासु का कत्ल कर सकते थे, क्योंकि वासु सर्वेश का दोस्त था इस वजह से वो फिरौती मिलने के बाद वासु कत्ल कर सकता था. ऐसे जिंदा छोड़ने पर उनकी पहचान उजागर हो जाती.
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