उत्तरकाशी (उत्तराखंड):सिलक्यारा की टनल में पिछले 9 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. देश और विदेश के बड़े विशेषज्ञ सिलक्यारा टनल के हादसा स्थल पर मौजूद हैं. हर कोई टनल के अंदर 9 दिन से फंसे मजदूरों के सकुशल रेस्क्यू के लिए दिमाग दौड़ा रहा है. लेकिन अभी तक टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित नहीं निकाला जा सका है. न ही कोई सॉलिड प्लान बन पाया है, जिससे ये तय हो जाए कि अब मजदूरों को इस रास्ते सुरक्षित रेस्क्यू किया जाएगा. फिलहाल डीआरडीओ (Defence Research and Development Organisation) की टीम भी सिलक्यारा टनल पहुंच चुकी है. उनके साथ रोबोटिक्स टीम भी है, जो रेस्क्यू में मदद करेगी.
रेस्क्यू के लिए नया प्लान:वहीं, रेस्क्यू के लिए नया प्लान तैयार किया गया है जिसके तहत ड्रिलिंग मशीन को टनल के प्वाइंट 'सी' पर ऊपर ले जाया जाएगा और यहां से नीचे की तरफ ड्रिल किया जाएगा. ये हिस्सा सुरंग का मजबूत हिस्सा है. भूस्खलन वाले स्थान से 50-60 मीटर आगे नीचे की तरफ करीब 103 मीटर की ड्रिलिंग होगी. सब सही रहा तो इस प्वाइंट से अंदर फंसे 41 लोगों को एयरलिफ्ट किया जा सकेगा. वहीं, ड्रिलिंग मशीन को ऊपर लेकर जाने के लिए अस्थायी सड़क बनाई जा रही है. करीब 1200 मीटर की सड़क बनाने का प्लॉन है. वहीं, रविवार शाम तक करीब 900 मीटर सड़क बना ली गई है.
आज शाम तक देनी ही रेस्क्यू की प्रगति रिपोर्ट:इस बीच पीएमओ की सलाहकार और विशेषज्ञों की पांच सदस्यीय टीम पिछले तीन दिन से सिलक्यारा टनल परिसर में ही कैंप किए हुए है. इस टीम को लीड कर रहे पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे और पीएमओ में उप सचिव मंगेश घिल्डियाल के साथ टीम रेस्क्यू के हर पहलू पर माथापच्ची कर रही है. आरवीएनएल, नवयुग, ओएनजीसी, राज्य पीडब्ल्यूडी, बीआरओ और टीएचडीसी की टीमें रेस्क्यू अभियान में दिन रात लगी हैं. अब पीएम की टीम ने रेस्क्यू टीमों से अपील की और वो आज शाम तक अब तक हुए रेस्क्यू ऑपरेशन और उसकी प्रगति रिपोर्ट दें.
अंतरराष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल:उत्तरकाशी के सिलक्यारा में अंतरराष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स भी रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हैं. डिक्स ने कहा है कि उन्हें मजदूरों के सफल रेस्क्यू की उम्मीद दिख रही है, लेकिन वास्तव में ये उम्मीद कितनी वास्तविक है. उनका कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन टीम में उनके साथ हिमालयी भू विज्ञान के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञ शामि हैं.
डिक्स का है ये प्लान:डिक्स और उनकी रेस्क्यू टीम ने सुरंग के ऊपर से ड्रिल करके टनल में फंसे 41 मजदूरों को बचाने की प्लानिंग की है. डिक्स का कहना है कि हम रेस्क्यू ऑपरेशन इस तरह करेंगे कि अंदर फंसे लोगों को नुकसान नहीं पहुंचे. हालांकि अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स टनल के ऊपर से ड्रिलिंग को काफी उलझा हुआ काम मानते हैं. उनका मानना है कि हमें चारों तरफ नजर रखनी होगी, कि कहीं इस कार्य का कोई दूसरा साइड इफेक्ट नहीं हो. डिक्स ने हालांकि आश्वस्त किया है कि रेस्क्यू टीम मजदूरों के बचाव पर अपना ध्यान बहुत एकाग्रता से रखे हुई है. टीम पॉजिटिव माइंडसेट के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन को ऑपरेट कर रही है. अर्नोल्ड डिक्स ने भावुक होते हुए कहा कि हम सब एक टीम की तरह काम कर रहे हैं. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में सारी दुनिया हमारे साथ है.
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