चंडीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई के नेताओं ने गुरुवार को राज्यपाल से मुलाकात कर प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान सुरक्षा में चूक को लेकर राज्य के गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) और पुलिस प्रमुख को बर्खास्त करने की मांग.
विपक्षी दल ने यह भी कहा कि उसे बुधवार की घटना की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित समिति से कोई उम्मीद नहीं है. किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला कई मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसा रहा.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, 'हम इस समिति को खारिज करते हैं. मुख्यमंत्री इस साजिश के साजिशकर्ता हैं. उनकी सरकार द्वारा गठित यह समिति क्या करेगी?'
पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिरोजपुर जाते समय सुरक्षा में हुई 'चूक' की 'गहन जांच' के लिए दो सदस्यों वाली उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है.
पिछले महीने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए पंजाब के पूर्व मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने कहा कि इस चूक की जिम्मेदारी पंजाब सरकार की है. राज्यपाल से मिलने वाले भाजपा प्रतिनिधिमंडल में शामिल सोढ़ी ने कहा, 'यह कोई छोटी घटना नहीं है. पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए.'
सोढ़ी ने कहा कि किसी केंद्रीय एजेंसी को पूरी घटना की जांच करनी चाहिए. शर्मा ने कहा कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और मुख्य सचिव ने ही बठिंडा में मौसम खराब होने के बाद प्रधानमंत्री के काफिले को मार्ग से जाने की मंजूरी दी थी.
शर्मा ने कहा कि इस तरह की चूक दिखाती है कि पंजाब सरकार प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं थी. उन्होंने आरोप लगाया, 'पूरी घटना में साजिश नजर आती है और ऐसा लगता है कि सब कुछ पूर्व नियोजित था.' शर्मा ने कहा, 'प्रधानमंत्री दौरा कर रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री फिरोजपुर में क्यों नहीं थे. दोनों उपमुख्यमंत्री क्यों नहीं थे? डीजीपी और मुख्य सचिव भी मौजूद क्यों नहीं थे?'