देहरादून:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवभूमि के दौरे पर पहले केदारनाथ पहुंचे. जहां उन्होंने बाबा केदार की पूजा अर्चना की. अपने इस दौरान में उन्होंने केदारनाथ और हेमकुंड साहिब रोपवे सहित करीब ₹3400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास किया. वहीं, पीएम मोदी ने बदरी विशाल के भी दर्शन करने के लिए बदरीनाथ पहुंचे. जहां उन्होंने भगवान बदरी की पूजा अर्चना की.
3400 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात: वहीं, आज उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने ₹3400 करोड़ रुपये से अधिक की रोपवे और सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का शिलान्यास किया. जिनमें गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब दो नई रोपवे परियोजना भी शामिल है. केदारनाथ रोपवे लगभग 9.7 किलोमीटर लंबा होगा. यह गौरीकुंड को केदारनाथ से जोड़ेगा, जिससे गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी महज 30 मिनट में पूरी हो जाएगा.
45 मिनट में हेमकुंड साहिब पहुंचेंगे: वहीं, हेमकुंड रोपवे गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ेगा. यह लगभग 12.4 किलोमीटर लंबा होगा और यात्रा समय को एक दिन से कम करके केवल 45 मिनट कर देगा. यह रोपवे घांघरिया को भी जोड़ेगा, जो फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार है. इन दोनों रोपवे को लगभग 2430 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा. यह परिवहन का एक पर्यावरण अनुकूल साधन होगा, जो आवागमन को सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करेगा. इस अहम बुनियादी ढांचे का विकास धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा. जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी और साथ ही साथ रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे.
रोपवे प्रोजेक्ट का भूमि पूजन: उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से केदारनाथ और हेमकुंड साहिब यात्रा को सुगम बनाने के लिए रोपवे प्रोजेक्ट का भूमि पूजन किया गया. पीएम मोदी सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 13 किलोमीटर रोपवे प्रोजेक्ट के फर्स्ट फेज में गौरीकुंड से केदारनाथ 9.5 किलोमीटर और गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक के 12.4 किलोमीटर रोपवे प्रोजेक्ट का केदारनाथ में भूमि पूजन किया.
केदारनाथ और हेमकुंड साहिब रोपवे: बता दें कि 16 किलोमीटर लंबी केदारनाथ की पैदल यात्रा को सुगम और सरल बनाने के लिए रोपवे प्रोजेक्ट की नींव रखी गई. जिसे धरातल पर उतारने के लिए लगातार कार्यदायी संस्था द्वारा काम किया जा रहा है. वहीं, हाल ही में सोनप्रयाग से केदारनाथ और गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक के रोपवे प्रोजेक्ट को केंद्रीय पर्यावरण बोर्ड से मंजूरी मिली है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दोनों परियोजनाओं का भूमि पूजन किया. इस परियोजना के धरातल पर उतर जाने के बाद केदारनाथ की 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा 30 मिनट में पूरी हो पाएगी.