देहरादून:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) का बाबा केदार और उत्तराखंड से लगाव किसी से छिपा नहीं है. बीते कई सालों से मोदी केदारनाथ में कई बार साधना करने पहुंच चुके हैं. साथ ही वह समय-समय पर केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों (Kedarnath Reconstruction Work) का भी जायजा लेते रहते हैं. वहीं, अध्यात्म की अनुभूति के लिए मोदी केदारनाथ में समय भी बिताते रहे हैं. इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा बेहद खास है. क्योंकि इस बार वह केदारनाथ के साथ-साथ बदरीनाथ भी जा रहे हैं. पीएम मोदी के दौरे को लेकर तारीख भी फाइनल हो चुकी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की तारीख आखिरकार फाइनल हो गई है. पीएम 21 और 22 अक्टूबर को उत्तराखंड में रहेंगे. इस दौरान मोदी बदरीनाथ और केदारनाथ में स्थलीय निरीक्षण करेंगे. साथ ही यहां पर समय भी बिताएंगे. शुरुआती प्लान में जो बताया गया है, वह यह है कि पीएम मोदी इस बार पहले बदरीनाथ जा सकते हैं. बदरीनाथ में चल रहे आध्यात्मिक टाउनशिप निर्माण को वह करीब से देखेंगे. वहां साथ ही वहां चल रहे सौंदर्यीकरण के कार्यों का निरीक्षण करेंगे.
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इसके लिए बकायदा पीएमओ से अधिकारियों का एक दल पीएम की विजिट से पहले केदारनाथ और बदरीनाथ पहुंचेगा. इसके साथ ही उत्तराखंड के अधिकारियों के साथ भी पीएम मोदी बैठक करके दोनों ही धामों में चल रहे निर्माण कार्यों को लेकर अपने सुझाव भी देंगे. बताया जा रहा है कि इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी केदारनाथ में रात्रि विश्राम करेंगे और सुबह पूजा अर्चना के साथ-साथ यहीं से अपना संबोधन भी दे सकते हैं.
मंदिर समिति ने भी पीएम मोदी के आगमन के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केदारनाथ और बदरीनाथ में कौन रहेगा, कौन सा अधिकारी रहेगा और कौन सा मंदिर समिति का सदस्य रहेगा, इसकी लिस्ट भी पीएमओ ने मांगी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बाबा केदारनाथ से गहरा नाता है. वह तब से केदारनाथ आते रहे हैं, जब वह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी नहीं बने थे. पीएम अपनी कई भाषण में इस बात का जिक्र भी कर चुके हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे से पहले धाम के सफर को सुगम और सुरक्षित करने को लेकर गंभीर चिंतन हो रहा है. केंद्र की मंजूरी मिली तो न केवल बाबा केदार तक पहुंचने का रास्ता बेहद आसान हो जाएगा, बल्कि मौजूदा रास्ते पर एवलॉन्च के खतरे को भी खत्म किया जा सकेगा. बाबा केदार के पैदल रास्ते को लेकर राज्य और केंद्र सरकार क्या योजना तैयार कर रही हैं.