देहरादून (उत्तराखंड): उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में चल रहे राहत बचाव कार्यों का आज 9वां दिन है. लेकिन अभी तक राहत बचाव टीम को कोई सफलता नहीं मिल पाई है. जिसके चलते जहां एक ओर टनल में फंसे 41 मजदूर परेशान हो रहे हैं. फिलहाल, टनल में ड्रिलिंग का काम चल रहा है. सुरंग के ऊपर से सड़क बनाई जा रही है. ड्रिलिंग करके करीब 1200 मीटर की अस्थायी सड़क बनाने का प्लॉन है. रविवार शाम तक 900 मीटर सड़क बना ली गई थी. बताया जा रहा है कि आज ये काम पूरा हो जाएगा. घटनास्थल पर केंद्र व राज्य सरकार के बड़े अधिकारी मौजूद हैं. वहीं, बाहर उनका इंतजार कर रहे परिजनों का सब्र का बांध भी टूटता नजर आ रहा है.
साइट पर पहुंचे इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स:इंटरनेशनल टनलिंग अंडरग्राउंड स्पेस प्रोफेसर के अध्यक्ष अर्नोल्ड डिक्स भी सिल्क्यारा सुरंग हादसे की साइट पर पहुंचे हैं. राहत व बचाव कार्य में शामिल अंतरराष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स भी अपनी पूरी टीम के साथ मौजूद हैं. उनका कहना है कि यहां सभी लोग मिलकर बेहतर काम कर रहे हैं. यहां की टीम शानदार है. सभी लोगों को बाहर निकाला जाएगा. उन्होंने बताया कि, बचाने वाले व बचाए जाने वाले सभी लोग सुरक्षित हैं. अच्छा भोजन और दवाएं ठीक से उपलब्ध कराई जा रही हैं. वहीं, अर्नोल्ड डिक्स ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद टनल के मुख्य द्वार पर बने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की.
इसके साथ ही टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए चल रहे राहत बचाव कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की. प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से आवश्यक बचाव उपकरण और जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. केंद्र और राज्य की एजेंसियों के बीच लगातार समन्वय से श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा. लेकिन अभी फंसे हुए श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत है.
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