नई दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए करगिल (PM Modis Diwali in Kargil) पहुंचे हैं. करगिल में पीएम मोदी ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि कई वर्षों से आप सब मेरा परिवार हो. मेरी दिवाली की मिठास और चमक आप लोगों बीच है. उन्होंने कहा कि मैंने करगिल युद्ध को बेहद करीब से देखा है. आज चारों तरफ विजय का जयघोष हो रहा है.
वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि आतंक के अंत का उत्सव है दिवाली. उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के साथ एक भी लड़ाई ऐसी नहीं हुई है, जहां कारगिल ने विजय ध्वज न फहराया हो. दिवाली का अर्थ है कि आतंक के अंत के साथ उत्सव. यही कारगिल ने भी किया था. कारगिल में हमारी सेना ने आतंक के फन को कुचला था और देश में जीत की ऐसी दिवाली मनी कि लोग आज भी उसे याद करते हैं."
उन्होंने सेना के जवानों को संबोधित करते हुए कहा, "एक राष्ट्र तब अमर होता है, जब उसकी संतानों को, उसके वीर बेटों और बेटियों को अपने सामर्थ्य पर परम विश्वास होता है. आपके वजह से देशवासी देश में चैन से रहते हैं, ये भारतवासियों के लिए खुशी की बात है." उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध के दौरान हमने देखा कि कैसे हमारा राष्ट्रीय ध्वज वहां फंसे हमारे नागरिकों के लिए एक ढाल बन गया. दुनियाभर में भारत का सम्मान बढ़ा है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि भारत अपने आंतरिक और बाहरी दुश्मनों के खिलाफ सफलता के साथ मोर्चा ले रहा है."
उन्होंने जवानों को संबोधित कर कहा, "जैसे आप सभी सरहदों पर हमारी रक्षा कर रहे हैं, वैसे ही हम देश के भीतर आतंकवाद, नक्सलवाद, भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों से लड़ने के लिए काम कर रहे हैं. 'नक्सलवाद' ने देश के एक बड़े हिस्से को अपनी गिरफ्त में ले लिया था, लेकिन आज वह दायरा सीमट रहा है. इस देश के सैनिकों को उनकी जिम्मेदारियों को समझने में सुविधा के लिए, हम सीमावर्ती क्षेत्रों में निर्बाध कनेक्टिविटी के साथ हाई-टेक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहे हैं...महिला अधिकारियों को शामिल करने से हमारी शक्ति का विकास होगा. मैं उन सभी तीन सशस्त्र बलों की सराहना करता हूं जिन्होंने तय किया है कि 400 से अधिक प्रकार के रक्षा उपकरण आयात नहीं किए जाएंगे, बल्कि भारत में बनाए जाएंगे. जब हमारे जवान भारत में बने हथियारों से लड़ते हैं, तो उन्हें न केवल गर्व महसूस होगा, बल्कि दुश्मन को हराने के लिए आश्चर्य का तत्व भी होगा."
जहां पीएम मोदी आज कारगिल में जवानों के साथ दिवाली मनाने वाले हैं. वहीं, भारतीय सेना के जवान 10,000 फीट की ऊंचाई पर एलओसी के पास चौकस हैं. जम्मू कश्मीर के पुंछ में अंतिम सैन्य चौकी पर सेना के जवानों की गश्ती का एक वीडियो सामने आया है. इस पर भारतीय सेना के जवानों का कहना है कि लगातार हो रही बर्फबारी से चुनौतियां बढ़ीं, लेकिन निगरानी पहले से ज्यादा कड़ी कर दी गई है. हमारी खुशी देशभर में मनाये जा रहे त्योहारों में शामिल है.
गौरतलब है कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से मोदी दिवाली मनाने के लिए विभिन्न सैन्य केंद्रों का दौरा करते रहे हैं.