विशाखापत्तनम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विशाखापत्तनम शहर और तेलुगु लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने दुनिया भर में एक विशेष पहचान अर्जित की है. उन्होंने आंध्र प्रदेश के लोगों को 'दोस्ताना और उद्यमी' बताया. प्रधानमंत्री ने यहां विभिन्न विकास परियोजनाओं की शुरुआत करते हुए कहा, "विशाखापत्तनम भारत का एक खास शहर है. यह प्राचीन भारत का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था और इसकी समृद्ध व्यापारिक परंपरा है. यह भारतीय व्यापार का केंद्रीय बिंदु भी है."
मोदी ने इसे विशाखापत्तनम के लिए एक बड़ा दिन बताते हुए कहा कि एक तरफ बंदरगाह के लिए एक विशेष सड़क विकसित की जा रही है, स्थानीय रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, दूसरी तरफ मछली पकड़ने वाली नौकाओं के बंदरगाह का भी आधुनिकीकरण किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारे के विकास से क्षेत्र में अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा मिलेगा." उन्होंने कहा, "चाहे शिक्षा, उद्यम, प्रौद्योगिकी या चिकित्सा पेशा हो...आंध्र प्रदेश के लोगों ने दुनिया भर में एक विशेष पहचान अर्जित की. यह मान्यता केवल पेशेवर गुणवत्ता के कारण नहीं, बल्कि उनके व्यक्तित्व के कारण है."
पीएम मोदी का अभिवादन करते आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आंध्र प्रदेश के लिए रेल बजट आवंटन इस साल बढ़कर 7,032 करोड़ रुपये हो गया है, जो 2014 से पहले केवल 886 करोड़ रुपये था. उन्होंने कहा कि यह सब नयी लाइन, दोहरीकरण, विद्युतीकरण और अन्य कार्यों की तेज गति से परिलक्षित होता है. वैष्णव ने कहा कि आंध्र प्रदेश को जल्द ही विश्व स्तरीय वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिलेगी.
'भारत दुनिया की उम्मीदों का केन्द्र बिंदु'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की उम्मीदों का केन्द्र बिन्दु बन गया है क्योंकि "हम विकास की नयी गाथा लिख रहे हैं." पीएम मोदी ने कहा, "ऐसे में, जब कई देश संघर्ष कर रहे हैं, दुनिया बहुत उत्सुकता से हमारी ओर देख रही है. कुछ देश आवश्यक वस्तुओं की कमी का, तो कुछ देश ऊर्जा संकट का सामना कर रहे हैं. लगभग हर देश अपनी अस्थिर अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित है."
आंध्र विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज मैदान से बुनियादी ढांचा विकास की विभिन्न योजनाओं की शुरूआत करने के बाद मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में निराशा के माहौल के बीच भारत प्रत्येक क्षेत्र में नयी ऊंचाइयों को छू रहा है. उन्होंने कहा, "यह इसलिए संभव हुआ है कि भारत अपने नागरिकों की उम्मीदों और जरूरतों को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए काम कर रहा है. हमारी प्रत्येक नीति, प्रत्येक फैसले का लक्ष्य आम आदमी के जीवन को बेहतर बनाना है."
आंध्र विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज मैदान से बुनियादी ढांचा विकास की विभिन्न योजनाओं की शुरुआत करते पीएम मोदी मोदी ने कहा, "आजादी के अमृत काल’ में देश विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है." उन्होंने कहा, "विकास की यह यात्रा बहुआयामी है. इसमें आम आदमी के जीवन की जरूरतें भी जुड़ी हुई हैं तथा बेहतर और आधुनिक बुनियादी ढांचा का निर्माण भी शामिल है." प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे पर अलग-अलग विचारों के चलते देश को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने समन्वित विचार को महत्व देने का नया रुख अपनाया है.
उन्होंने कहा, "समन्वित विचार के साथ बुनियादी ढांचे का विकास पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय कार्य योजना के जरिये संभव हुआ है. इसने न केवल विकास को गति दी है, बल्कि परियोजनाओं की लागत भी घटा दी है." मोदी ने कहा, "बुनियादी ढांचे को लेकर हम कभी इन सवालों में नहीं उलझे कि हमें रेलवे का विकास करना है या सड़क परिवहन का, बंदरगाह का विकास करना है या राजमार्ग का."
उन्होंने कहा, "बुनियादी ढांचे के इस एकाकी दृष्टिकोण से देश को भारी नुकसान उठाना पड़ा, इससे आपूर्ति श्रृंखला पर असर पड़ा और माल ढुलाई का खर्च बढ़ गया." उन्होंने कहा, "हमने विकास के समावेशी दृष्टिकोण को महत्व दिया है." प्रधानमंत्री ने कहा, "गरीबों के कल्याण के लिए चलायी जा रही योजनाओं का लगातार विस्तार हो रहा है. देश के करोड़ों गरीबों को पिछले ढाई साल से मुफ्त अनाज दिया जा रहा है, पिछले साढ़े तीन साल से पीएम किसान योजना के जरिए किसानों के बैंक खाते में हर वर्ष सीधे 6,000 रुपये भेजे जा रहे हैं."
उन्होंने कहा, "इसी तरह, सनराइज सेक्टर (नये उद्योगों) से जुड़ी हमारी नीति से युवाओं के लिए नये अवसर सृजित हो रहे हैं. ड्रोन से लेकर गेमिंग तक, अंतरिक्ष से लेकर स्टार्टअप तक हर क्षेत्र को हमारी नीतियों की वजह से आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है." उन्होंने कहा, "जब लक्ष्य सप्ष्ट होते हैं तो आकाश की ऊचाइयां हों, या समुद्र की गहराइयां, हम अवसर तलाश लेते हैं और उसे तराश भी लेते हैं. आज आंध्र प्रदेश में आधुनिक तकनीक के जरिए समुद्री ऊर्जा का दोहन करने की शुरूआत इसका एक बड़ा उदाहरण है."
मोदी ने कहा, "आज देश 'नीली अर्थव्यवस्था' (समुद्री अर्थव्यवस्था) से जुड़ी अनंत संभावनाओं को साकार करने के लिए भी बड़े स्तर पर प्रयास कर रहा है. नीली अर्थव्यवस्था पहली बार देश की इतनी बड़ी प्राथमिकता बनी है." प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र प्रदेश के लोगों के हितों को हमेशा प्राथमिकता देने के लिए राज्यपाल विश्वभूषण हरीचंदन, मुख्यमंत्री वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी धन्यवाद दिया. उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू का भी विशेष रूप से उल्लेख किया.
(पीटीआई-भाषा)