नई दिल्ली : स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर नहीं रहीं. 92 साल की अवस्था में रविवार सुबह को उनका निधन हो गया. कोरोना से संक्रमित होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके निधन पर पूरा देश शोकाकुल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर दुख प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के अपूरणीय क्षति है.
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, 'मैं अपने आपको बहुत ही सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे लता दीदी का हमेशा स्नेह मिलता रहा. उनके साथ मेरी बातचीत हमेशा मेरी यादों में रहेंगी. उनके निधन पर दुख की इस घड़ी में मैं सभी देशवासियों के साथ हूं. उनके गानों ने भावनाओं के हर पहलुओं को छुआ है. उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्मों में हुए बदलाव को करीब से देखा है. फिल्मों से हटकर भी वह भारत के विकास को लेकर हमेशा ही भावुक रहती थीं. वह एक विकसित और मजबूत भारत देखना चाहती थीं. मेरे पास शब्द नहीं हैं. इतनी दयालु और सबका ख्याल रखने वालीं लता दीदी नहीं रहीं. उन्होंने देश के सामने जो शून्य छोड़ा है, उसे भरना मुश्किल है. आने वाली पीढ़ियां भारतीय संस्कृति की इस विरासत को हमेशा याद रखेंगी, जिनके पास अपनी मृदुल आवाज से लोगों को चकित कर देने की अनूठी क्षमता थी.'