नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से दो दिवसीय गुजरात दौर पर हैं. इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे तथा रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 5,800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे. पीएम मोदी ने सोमवार को गुजरात में बनासकांठा जिले के अंबाजी शहर में प्रसिद्ध अंबा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की. इससे पहले जब प्रधानमंत्री का काफिला अंबाजी शहर पहुंचा तो सड़क के दोनों ओर हजारों लोग खड़े थे.
स्थानीय नेताओं और पुजारियों ने मोदी का स्वागत किया जिसके बाद उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की. अंबाजी मंदिर में पूजा करने के बाद मोदी एक सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए मेहसाणा की खेरालु तालुक के दभोदा गांव के लिए रवाना हो गए, जहां वह 5,950 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे तथा एक सभा को संबोधित करेंगे. एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मोदी जिन 16 विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे वे मेहसाणा, अहमदाबाद, बनासकांठा, साबरकांठा, महिसागर, गांधीनगर और पाटण जिलों में हैं.
बता दें, प्रधानमंत्री मंगलवार को देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर नर्मदा जिले के केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में भी भाग लेंगे. पीएम मोदी मंगलवार को सुबह करीब आठ बजे केवडिया में 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे, जिसके बाद राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह मनाया जाएगा. वह कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद 98वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित भी करेंगे.
वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मेहसाणा में रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई जैसे विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 5800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे.' पीएमओ ने कहा कि मोदी की ओर से जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा और राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा, उनमें पश्चिमी समर्पित फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) का न्यू भांडू-न्यू साणंद (एन) खंड, वीरमगाम-समखिअली रेल लाइन का दोहरीकरण, कटोसन रोड-बेचराजी-मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल साइडिंग) रेल परियोजना, मेहसाणा और गांधीनगर जिले के विजापुर तालुका और मनसा तालुका की विभिन्न ग्रामीण झीलों के पुनर्भरण के लिए परियोजना, मेहसाणा जिले में साबरमती नदी पर वलसाना बैराज, पालनपुर, बनासकांठा में पेयजल के प्रावधान के लिए दो योजनाएं, धरोई बांध आधारित पालनपुर लाइफलाइन परियोजना और 80 एमएलडी क्षमता का जल उपचार संयंत्र शामिल हैं.