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PM मोदी के सलाहकार भास्कर खुल्बे ने लिया केदारधाम का जायजा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार भास्कर खुल्बे और प्रधानमंत्री कार्यालय से उप सचिव मंगेश घिल्डियाल केदारनाथ धाम पहुंचे हैं. इस दौरान दोनों ने केदारनाथ मंदिर के दर्शन के बाद विभिन्न निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. केदारनाथ धाम में हो रहे पुनर्निर्माण कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में है.

केदारधाम का जायजा
केदारधाम का जायजा

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Published : Sep 23, 2021, 2:10 PM IST

रुद्रप्रयाग:नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश के बाद 18 सितंबर से चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार भास्कर खुल्बे और प्रधानमंत्री कार्यालय से उप सचिव मंगेश घिल्डियाल केदारनाथ धाम पहुंचे. इस दौरान केदारनाथ मंदिर के दर्शन के बाद दोनों ने संयुक्त रूप से विभिन्न निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया. केदारनाथ धाम में हो रहे पुनर्निर्माण कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में है.

दोनों अधिकारी केदारनाथ धाम में चल रहे कार्यों का जायजा लेने के बाद बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होंगे. जानकारी मिली है कि भास्कर खुल्बे और मंगेश घिल्डियाल ने केदारनाथ मंदिर में गर्भ गृह के दर्शन किए. इसके बाद मंदिर में मौजूद अन्य तीर्थ यात्री भड़क गए. बता दें, यात्रियों को गर्भ गृह के दर्शन की अनुमति नहीं है.

पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट:साल 2013 में आई जल प्रलय में तबाह हुए केदारनाथ धाम में इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत द्वितीय चरण के कार्य चल रहे हैं. धाम में मजदूर रात-दिन निर्माण कार्य में जुटे हैं, दिन के समय धाम में बारिश होने पर रात को कार्य किया जा रहा है, ताकि अगले साल तक कार्यों को पूरा किया जा सके, अबतक द्वितीय चरण का भी 20 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है.

20 अक्टूबर 2017 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निर्माण कार्यो की नींव रखी थी. तीन चरणों में निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं, जिसमें प्रथम चरण के तहत 125 करोड़ की लागत से विभिन्न निर्माण पूरे हो चुके हैं. वहीं, अब फरवरी, 2021 से ₹130 करोड़ की लागत से विभिन्न निर्माण कार्य शुरू किए जा चुके हैं. अगस्त 2022 तक द्वितीय चरण के सभी निर्माण कार्य पूरे होने हैं. ₹450 करोड़ की लागत से केदारनाथ में तीन चरणों में कार्य हो रहे हैं.

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प्रथम चरण:पहले चरण में केदारनाथ मंदिर परिसर का चौड़ीकरण और मंदिर के सामने 200 मीटर लंबे पैदल मार्ग का निर्माण एवं चबूतरा निर्माण, मंदाकिनी नदी पर 400 मीटर आस्था पथ, शंकराचार्य समाधि, गरुड़चट्टी से केदारनाथ तक पैदल मार्ग, तीर्थपुरोहितों के घरों का निर्माण, मंदाकिनी एवं अलकनंदा नदी पर घाट निर्माण व बाढ़ सुरक्षा कार्य शामिल था. इन कार्यों में शंकराचार्य समाधि का कार्य अंतिम चरण में है, जबकि अन्य सभी कार्य पूरे हो गए हैं.

द्वितीय चरण: दूसरे चरण में प्रशासनिक भवन, चिकित्सालय, मंदाकिनी नदी पर प्लाजा, सरस्वती नदी पर प्लाजा, मंदिर समिति के भवनों का निर्माण, संगम घाट का निर्माण नवनिर्माण, 2 वाटर एटीएम, आस्था पथ में रेन शेल्टर, पुलिस स्टेशन व बैराक का निर्माण, पुलिस गेस्ट हाउस का कार्य तेजी से किया जा रहा है. केदारनाथ में कार्यदायी संस्था सत्य साईं बिल्डर्स एंड कॉन्ट्रैक्टर्स रात-दिन पुनर्निर्माण कार्य में जुटी हुई है. बारिश होने पर निर्माण कार्यों को किया जा रहा है. केदारनाथ में पत्थरों की कटिंग कर उन्हें निर्माण में उपयोग किया जा रहा है. जबकि, तीसरे चरण में समाधि की सजावट का काम होना है.

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