रायपुर:आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव को देखते हुए छत्तीसगढ़ में राजनीति तेज हो गई है. प्रदेश के दोनों प्रमुख दल कांग्रेस और बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व का लगातार एक के बाद एक छत्तीसगढ़ प्रवास हो रहा है. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंच रहे हैं. नरेंद्र मोदी का 4 साल बाद छत्तीसगढ़ आना हो रहा है. पीएम मोदी एक जनसभा को संबोधित करेंगे. साथ ही अन्य कार्यक्रम में भी शामिल होंगे. इस बीच चाहे नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के पहले छत्तीसगढ़ आए हों या फिर प्रधानमंत्री बनने के बाद, कोई ना कोई ऐसी घटना हुई, जो लगातार राजनीतिक गलियारों में सुर्खियां बटोरती रही. ETV भारत ऐसी ही कुछ घटनाओं की चर्चा करने जा रहा है.
पहले जान लेते हैं कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद कब कब छत्तीसगढ़ पहुंचे.
नरेंद्र मोदी के पीएम बनने या फिर बाद में छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान कई ऐसे वाकये हुए जो चर्चा का विषय बने रहे. फिर चाहे वो तत्कालीन भाजपा प्रदेश प्रभारी के रूप में रायपुर पहुंचने के बाद हंगामे के बीच टेबल के नीचे छिपकर बैठना हो या फिर प्रधानमंत्री बनने के बाद उनके दौरे के दौरान तत्कालीन बीजापुर कलेक्टर का गॉगल्स लगाकर उनसे मिलना. ये सभी ऐसे वाकयो थे, जिनकी चर्चा देशभर की मीडिया में हुई.
नेता प्रतिपक्ष के चुनाव के दौरान बहुत बड़ा हंगामा:राजनीति के जानकार एवं वरिष्ठ पत्रकार अनिरुद्ध दुबे ने पीएम मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे से जुड़े किस्सों को विस्तार से बताया. दुबे ने कहा कि साल 2000 में जब छत्तीसगढ़ बना था. उस दौरान भाजपा से नेता प्रतिपक्ष बनाया जाना था. उसकी जवाबदारी तत्कालीन प्रदेश प्रभारी नरेंद्र मोदी को दी गई जो कि पर्यवेक्षक भी थे. नेता प्रतिपक्ष का चुनाव कराने नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ आए थे. इस बीच रायपुर स्थित भाजपा कार्यालय में जमकर हंगामा हुआ था. यहां तक कि कुछ गाड़ियों में आगजनी भी की गई थी.
रायपुर एयरपोर्ट पर कहा-अकेले नहीं आया हूं: गुजरात सीएम रहते हुए नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे पर कहा कि नरेंद्र मोदी का गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद छत्तीसगढ़ आना हुआ. उस दौरान जब वह एयरपोर्ट पर उतरे तो उन्होंने बड़े ही मजाकिया लहजे में कहा कि इस बार मैं अकेले नहीं आया हूं. क्योंकि नरेंद्र मोदी के साथ उनके सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे. यह देश में काफी रोचक रहा. इस संवाद की चर्चा राजनीतिक गलियारों में भी बनी रही.
पीएम बनने के बादनरेंद्र मोदी के बस्तर दौरे की चर्चा देशभर में हुई. पीएम ने वहां क्या कहा, उसकी चर्चा तो नहीं हुई लेकिन कलेक्टर के मुलाकात के दृश्य में खूब सुर्खियां बटोरीं. इस मुलाकात में कलेक्टर अमित कटारिया ने काला चश्मा पहन रखा था. हालांकि देखने से नहीं लग रहा था कि चश्मा पहनकर अमित कटारिया ने कोई प्रोटोकॉल तोड़ा हो, लेकिन इसे लेकर लोगों में चर्चा जरूर बनी रही. -अनिरुद्ध दुबे, राजनीति के जानकार