रीवा।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पंचायती राज दिवस सम्मेलन में शामिल हुए. इस मौके पर पीएम मोदी ने विंध्य क्षेत्र को 7853 करोड़ रुपए की 5 समूह जल प्रदाय की सौगात दी. जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ''पंचायती राज संस्थाएं लोकतंत्र की भावना को बढ़ावा देने के साथ हमारे नागरिकों के विकास की आकांक्षाओं को पूरा करती हैं. मध्यप्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन से ग्राम पंचायतें स्वच्छ हो रहीं हैं. 'स्वच्छ भारत मिशन' ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की मिसाल बन रहा है.'' इस दौरान उन्होंने पिछली सरकारों पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि ''आजादी के बाद की सरकारों ने भारत की पंचायती राज व्यवस्था को ध्वस्त किया. जो व्यवस्था सैकड़ों वर्ष, हजारों वर्ष पहले से थी, उसी पंचायती राज व्यवस्था पर आजादी के बाद भरोसा ही नहीं किया गया.''
प्रदर्शनी का अवलोकन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रीवा में समारोह में नन्हें कलाकारों द्वारा प्रस्तुत प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का संदेश देती "धरती कहे पुकार" नृत्य नाटिका के कलाकारों का उत्साहवर्धन किया. साथ ही अमृत सरोवर, स्वामित्व योजना, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर समेत कई प्रदर्शनी का अवलोकन किया.
शूरवीरों की धरती है विंध्य: पीएम मोदी ने सबसे पहले जनता को संबोधित करते हुए कहा कि ''रीवा की इस ऐतिहासिक धरती से मां विंध्यवासिनी को प्रणाम करता हूँ. ये धरती शूरवीरों की है, देश के लिए मर मिटने वालों की है. मैं अनगिनत बार रीवा आया हूं और हमेशा आपका भरपूर स्नेह मिलता है. मैं आप सभी का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं.'' उन्होंने कहा कि ''आजादी के इस अमृतकाल में हम सभी देशवासियों ने विकसित भारत का सपना देखा है और उसे पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. भारत को विकसित बनाने के लिए भारत के गांवों की सामाजिक व्यवस्था को विकसित करना जरूरी है.''
जनसेवा से राष्ट्र सेवा ही लक्ष्य:पीएम मोदी ने आगे कहा कि''आप सभी को, देश की 2.5 लाख से अधिक पंचायतों को 'राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस' की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. आज आपके साथ 30 लाख से अधिक पंचायत प्रतिनिधि भी हमारे साथ वर्चुअली जुड़े हुए हैं. ये निश्चित रूप से भारत के लोकतंत्र की बहुत ही सशक्त तस्वीर है. हम सभी जनता के प्रतिनिधि लोकतंत्र के लिए समर्पित हैं. काम के दायरे भले ही अलग हों, लेकिन लक्ष्य एक ही है जनसेवा से राष्ट्र सेवा. गांव, गरीब का जीवन आसान करने के लिए केन्द्र सरकार की योजनाओं को पंचायतें पूरी निष्ठा से जमीन पर उतार रही हैं.''