दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

सरकार MSME क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिये नीतियों में जरूरी बदलाव कर रही: मोदी - पीएम मोदी न्यूज़

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 'उद्यमी भारत' कार्यक्रम में भाग लेने के साथ ही 'एमएसएमई के प्रदर्शन को बढ़ाने एवं तेज करने' (आरएएमपी) तथा 'पहली बार के निर्यातक एमएसएमई के क्षमता निर्माण' (सीबीएफटीई) योजनाओं की आज शुरुआत करेंगे.

PM Narendra Modi
पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

By

Published : Jun 30, 2022, 10:17 AM IST

Updated : Jun 30, 2022, 2:07 PM IST

नई दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को आश्वस्त किया कि केंद्र छोटे उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिये जरूरी नीतिगत कदम उठाने को तैयार है. उन्होंने कहा कि ये उद्यमी सरकार की आत्मनिर्भर भारत पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. प्रधानमंत्री ने 'उद्यमी भारत' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए छोटे उद्यमियों से सरकार को वस्तुओं की आपूर्ति के लिये सरकारी खरीद मंच जीईएम (गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस) पोर्टल पर पंजीकरण कराने को भी कहा.

उन्होंने कहा, 'एमएसएमई आत्मनिर्भर भारत के लिये जरूरी है...एमएसएमई क्षेत्र ने पिछले आठ साल में आत्मनिर्भर भारत को एक आकार देने में बड़ी भूमिका निभायी है. मोदी ने कहा, मैं चाहता हूं कि अगले सप्ताह जीईएम पोर्टल पर एक करोड़ नये पंजीकरण हो. उन्होंने कहा कि सरकार ने एमएसएमई क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिये पिछले आठ साल में बजट 650 प्रतिशत से अधिक बढ़ाया है. प्रधानमंत्री ने कहा, अगर कोई उद्योग आगे बढ़ना चाहता है, विस्तार करना चाहता है तो सरकार न केवल उसे समर्थन कर रही है बल्कि नीतियों में जरूरी बदलाव भी ला रही है.

उन्होंने यह भी कहा कि खादी और ग्रामोद्योग का कारोबार पहली बार एक लाख करोड़ रुपये के पार हो गया है, खादी बिक्री पिछले आठ साल में चार गुना बढ़ी है. इससे पहले, मोदी ने एमएसएमई के प्रदर्शन को बढ़ाने और उसे गति देने को लेकर 6,000 करोड़ रुपये की योजना ‘रैंप’ (रेजिंग एंड एक्सिलेरेटिंग एमएसएमई परफार्मेन्स) की शुरूआत की. साथ ही उन्होंने वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिये 'पहली बार निर्यात करने वाले एमएसएमई निर्यातकों के क्षमता निर्माण (सीबीएफटीई)' की योजना शुरू की.

उन्होंने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) की नई विशेषताओं की भी शुरूआत की. इसमें विनिर्माण क्षेत्र के लिये अधिकतम परियोजना लागत 25 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये तथा सेवा क्षेत्र में 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये करना शामिल है.

ये भी पढ़ें -भारत का नजरिया 'महिलाओं के विकास' से 'महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास' में परिवर्तित हुआ: पीएम मोदी

Last Updated : Jun 30, 2022, 2:07 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details