मुंबई:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में कहा,'मैं आज भारत के हर युवा से आग्रह करूंगा, हर टैक्स पेयर से आग्रह करूंगा, ऐसे स्वार्थी राजनीतिक दलों और स्वार्थी राजनीतिक नेताओं का खुलासा कीजिए, जो आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया वाली कुनीति लेकर चल रहे हैं. वे इस देश को भीतर से खोखला कर देंगे. शॉर्ट-कट से कोई देश चल नहीं सकता, देश की प्रगति के लिए स्थाई विकास, स्थाई समाधान के लिए काम करना, एक लॉन्ग टर्म विजन बहुत जरूरी है.
पीएम मोदी ने कहा, 'आज महाराष्ट्र के विकास के लिए 11 सितारों के महान नक्षत्र का उदय हो रहा है. 75 साल के अमृत महोत्सव में 75 हजार करोड़ के विकास कार्यों के लिए महाराष्ट्र को और महाराष्ट्र की जनता को बहुत-बहुत बधाई. आज का ये आयोजन इस बात का प्रमाण है कि डबल इंजन की सरकार महाराष्ट्र में कितनी तेज गति से काम कर रही है.'
समृद्धि महामार्ग से मुंबई और नागपुर के बीच की दूरी तो कम होगी ही साथ ही ये महाराष्ट्र के 24 जिलों को आधुनिक कनेक्टिविटी से जोड़ रहा है. आजादी के अमृत काल में देश विकसित भारत के विराट संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है. विकसित भारत के निर्माण का रास्ता है भारत की सामूहिक ताकत. विकसित भारत के निर्माण का मंत्र है राष्ट्र के विकास के लिए राज्य का विकास.
बीते 8 वर्षों में हमने सोच और अप्रोच दोनों बदली है. हम सबका साथ सबका विश्वास और सबका प्रयास, पर बल दे रहे हैं. मैं जब सबका प्रयास कहता हूं तो इसमें हर देशवासी और राज्य शामिल है. छोटा-बड़ा सबका सामर्थ्य बढ़ेगा तब भारत विकसित बनेगा. हम पहली औद्योगिक क्रांति का लाभ नहीं उठा पाए, दूसरी-तीसरी औद्यौगिक क्रांति में पीछे रहे, लेकिन आज जब चौथी औद्योगिक क्रांति का समय है, तो भारत इसे गंवा नहीं सकता.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर और शिर्डी को जोड़ने वाले समृद्धि महामार्ग के पहले चरण का उद्घाटन किया और राजमार्ग का दौरा भी किया. इससे पहले पीएम मोदी ने अत्याधुनिक सुविधाओं वाले एम्स नागपुर का उद्घाटन किया. जुलाई 2017 में उन्होंने इसकी आधारशिला भी रखी थी. अस्पताल विदर्भ क्षेत्र को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा और गढ़चिरौली, गोंदिया और मेलघाट के आदिवासी क्षेत्रों के लिए वरदान साबित होगा.
इससे पहले उन्होंने नागपुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर नागपुर और बिलासपुर को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. प्रधानमंत्री ने फ्रीडम पार्क मेट्रो स्टेशन से खपरी मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो की सवारी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागपुर में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे. साथ ही कई उद्घाटन भी करेंगे.
इस दौरान प्रधानमंत्री ने नागपुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर नागपुर और बिलासपुर को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. प्रधानमंत्री ने फ्रीडम पार्क मेट्रो स्टेशन से खपरी मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो की सवारी की. इस दौरान उन्होंने स्कूली छात्रों से बातचीत की. इसके बाद पीएम मोदी ने नागपुर मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया. साथ ही रेल परियोजना के दूसरे चरण का शिलान्यास किया, जिसे 6700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जाएगा.
नागपुर मेट्रो रेल परियोजना
प्रधानमंत्री सुबह करीब 11:15 बजे एम्स नागपुर राष्ट्र को समर्पित किया. प्रधानमंत्री नागपुर में एक सार्वजनिक समारोह में 1500 करोड़ से अधिक की लागत वाली रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया.
वह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वन हेल्थ (एनआईओ), नागपुर और नाग नदी प्रदूषण उपशमन परियोजना, नागपुर की आधारशिला भी रखा. कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री 'सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीआईपीईटी), चंद्रपुर' को राष्ट्र को समर्पित किया और 'सेंटर फॉर रिसर्च, मैनेजमेंट एंड कंट्रोल ऑफ हीमोग्लोबिनोपैथिस, चंद्रपुर' का उद्घाटन भी किया.
समृद्धि महामार्ग:प्रधानमंत्री नागपुर और शिर्डी को जोड़ने वाले 520 किलोमीटर लंबे समृद्धि महामार्ग के पहले चरण का उद्घाटन किया. समृद्धि महामार्ग या नागपुर-मुंबई सुपर कम्युनिकेशन एक्सप्रेसवे परियोजना, देश भर में बेहतर कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे को लेकर प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
इस 701 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे को लगभग 55,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है. यह भारत के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक है, जो महाराष्ट्र के 10 जिलों और अमरावती, औरंगाबाद और नासिक के प्रमुख शहरी क्षेत्रों से होकर गुजरता है. यह एक्सप्रेसवे आसपास के 14 अन्य जिलों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करेगा. इस प्रकार विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र के क्षेत्रों सहित राज्य के लगभग 24 जिलों के विकास में मदद मिलेगी.
पीएम गति शक्ति के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी परियोजनाओं की एकीकृत योजना और समन्वित कार्यान्वयन के संदर्भ में प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण का समर्थन करते हुए, समृद्धि महामार्ग दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट और अजंता एलोरा गुफाओं, शिर्डी, वेरुल, लोनार आदि जैसे पर्यटन स्थलों से जुड़ जाएगा. समृद्धि महामार्ग महाराष्ट्र के आर्थिक विकास को प्रमुखता पूर्वक बढ़ावा देने में एक गेम-चेंजर साबित होगा.
नागपुर मेट्रो:शहरी गतिशीलता में क्रांति लाने वाला एक और कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री 'नागपुर मेट्रो के पहले चरण' को राष्ट्र को समर्पित किया. वह खपरी मेट्रो स्टेशन पर दो मेट्रो ट्रेनों- खपरी से ऑटोमोटिव स्क्वायर (ऑरेंज लाइन) और प्रजापति नगर से लोकमान्य नगर (एक्वा लाइन) को हरी झंडी दिखाएंगे. नागपुर मेट्रो का पहला चरण 8650 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है.
एम्स नागपुर:एम्स नागपुर को राष्ट्र को समर्पित करने से देश भर में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को और मजबूती मिलेगी. इस अस्पताल का शिलान्यास भी जुलाई 2017 में प्रधानमंत्री द्वारा किया गया था. इसे केंद्रीय क्षेत्र की योजना - प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत स्थापित किया गया है.
एम्स नागपुर को 1575 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जा रहा है. यह अत्याधुनिक सुविधाओं वाला एक अस्पताल है. इसमें ओपीडी, आईपीडी, डायग्नोस्टिक सेवाएं, ऑपरेशन थिएटर और 38 विभाग शामिल हैं, जिसमें आयुर्विज्ञान की सभी प्रमुख विशेषता और सुपरस्पेशियलिटी विषय शामिल हैं. यह अस्पताल महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करता है और गढ़चिरौली, गोंदिया और मेलघाट के आसपास के आदिवासी क्षेत्रों के लिए वरदान है.
रेल परियोजनाएं:प्रधानमंत्री नागपुर रेलवे स्टेशन पर नागपुर और बिलासपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. प्रधानमंत्री नागपुर में सार्वजनिक समारोह में, नागपुर रेलवे स्टेशन और अजनी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास किया, जिनका पुनर्विकास क्रमशः 590 करोड़ रुपये और 360 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा. प्रधानमंत्री सरकारी मेंटेनेंस डिपो, अजनी (नागपुर) और नागपुर-इटारसी तीसरी लाइन परियोजना के कोहली-नरखेर खंड को राष्ट्र को समर्पित किया. इन परियोजनाओं को क्रमश: करीब 110 करोड़ रुपये और करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वन हेल्थ, नागपुर:प्रधानमंत्री द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वन हेल्थ (एनआईओ), नागपुर की आधारशिला रखना 'एक स्वास्थ्य' के दृष्टिकोण के तहत देश में क्षमता निर्माण और बुनियादी ढांचे की दिशा में एक कदम है. 'एक स्वास्थ्य' का दृष्टिकोण इस बात को मान्यता देता है कि मनुष्य का स्वास्थ्य पशुओं के स्वास्थ्य और पर्यावरण से जुड़ा है.
यह दृष्टिकोण इस बात को मानता है कि मनुष्यों को प्रभावित करने वाले अधिकांश संक्रामक रोग प्रकृति में जूनोटिक (पशु से मानव) हैं. संस्थान की स्थापना 110 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से की जाएगी. सभी हितधारकों के साथ सहयोग और समन्वय कायम करते हुए यह देश भर में 'एक स्वास्थ्य' के दृष्टिकोण के अनुरूप अनुसंधान और क्षमता निर्माण में सुधार के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा.
अन्य परियोजनाएं:प्रधानमंत्री नागपुर में नाग नदी के प्रदूषण उपशमन परियोजना की आधारशिला रखेंगे. राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना (एनआरसीपी) के तहत यह परियोजना 1925 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से संचालित की जाएगी. विदर्भ क्षेत्र में सिकल सेल रोग का प्रसार, विशेष रूप से जनजातीय जनसंख्या में तुलनात्मक रूप से अधिक है.
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अन्य हीमोग्लोबिनोपैथी जैसे थैलेसीमिया और एचबीई के साथ रोग होना, देश में रोगियों की संख्या में काफी वृद्धि होने का कारण बनता है. इस समस्या का समाधान करने के लिए, प्रधानमंत्री ने फरवरी, 2019 में 'सेंटर फॉर रिसर्च, मैनेजमेंट एंड कंट्रोल ऑफ हीमोग्लोबिनोपैथिस, चंद्रपुर' की आधारशिला रखी थी. प्रधानमंत्री अब इस केंद्र को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
इसे देश में हीमोग्लोबिनोपैथी के क्षेत्र में नवीन अनुसंधान, प्रौद्योगिकी विकास, मानव संसाधन विकास के लिए एक उत्कृष्टता केंद्र के रूप में परिकल्पना की गई है. प्रधानमंत्री केंद्रीय पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईपीईटी), चंद्रपुर राष्ट्र को समर्पित करेंगे। संस्थान का उद्देश्य पॉलिमर और संबद्ध उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कुशल मानव संसाधन विकसित करना है.