नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उत्तराखंड में एक निर्माणाधीन सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के सफल अभियान की सराहना की और कहा कि मिशन में शामिल सभी लोगों ने मानवता और एक दल के रूप में काम करने का अद्भुत उदाहरण पेश किया है. अधिकारियों ने बताया कि मोदी ने बचाए गए निर्माण श्रमिकों से फोन पर बात की और उनका हालचाल पूछा. मोदी ने यह भी कहा कि विभिन्न एजेंसियों के इस बचाव अभियान ने सभी को भावुक कर दिया है.
उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग से श्रमिकों को बाहर निकाले जाने के तुरंत बाद 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने अभियान में शामिल लोगों के जज्बे को सलाम किया और कहा कि उनके साहस एवं संकल्प ने 41 मजदूरों को नया जीवन दिया है. उन्होंने कहा, 'मिशन में शामिल सभी लोगों ने मानवता और टीम वर्क का एक अद्भुत उदाहरण पेश किया है.' मोदी ने बचाए गए 41 श्रमिकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके साहस और धैर्य ने सभी को प्रेरित किया है. मोदी ने उनके अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण की कामना की.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह बहुत संतुष्टि की बात है कि हमारे ये मित्र लंबे इंतजार के बाद अपने प्रियजनों से मिलेंगे.' उन्होंने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों के धैर्य और साहस की जितनी प्रशंसा की जाए कम है. बचावकर्मियों ने मंगलवार शाम को उन सभी 41 श्रमिकों को बाहर निकाल लिया, जो 12 नवंबर को भूस्खलन के कारण केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चार धाम परियोजना में शामिल सिल्कयारा सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद उसमें फंस गए थे.
सिल्कयारा सुरंग से 41 श्रमिकों को सकुशल निकाले जाने पर राहत और खुशी महसूस कर रहा हूं: गडकरी
वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि वह उत्तराखंड में सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाले जाने पर राहत और खुशी महसूस कर रहे हैं. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा 'मैं सिल्कयारा सुरंग से 41 श्रमिकों को सकुशल निकाले जाने पर राहत और खुशी महसूस कर रहा हूं.' बारह नवंबर से सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को मंगलवार शाम बाहर निकाल लिया गया.
गडकरी ने कहा कि यह कई एजेंसियों द्वारा अंजाम दिया गया एक समन्वित अभियान था, जो हाल के वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण बचाव अभियानों में से एक है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अनेक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद विभिन्न विभाग और एजेंसियों ने एक-दूसरे का भरपूर साथ दिया और सभी के अथक प्रयासों व प्रार्थनाओं से यह अभियान संभव हो सका. उन्होंने कहा कि बचाव दलों के समर्पित प्रयासों के अनुकूल परिणाम मिले हैं.
गडकरी ने कहा, 'मैं इस बचाव अभियान में शामिल प्रत्येक एजेंसी और व्यक्ति का आभार व्यक्त करता हूं। साथ ही अंतरराष्ट्रीय बचाव विशेषज्ञों, प्रशासनिक अधिकारियों और उत्तराखंड सरकार की त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए उनकी सराहना करता हूं.' केंद्रीय मंत्री ने 'एक्स' पर लिखा, 'मैं इस अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार व्यक्त करता हूं, जो पूरे अभियान की निरंतर निगरानी कर रहे थे और आवश्यकता पड़ने पर मार्गदर्शन और सहायता प्रदान कर रहे थे.'
उन्होंने लिखा, 'उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी और मेरे सहयोगी वीके सिंह जी अभियान के दौरान वहीं डेरा डाले रहे. अंत में, मैं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों और इंजीनियरों के प्रयासों के लिए उनका आभार व्यक्त करता हूं.'
केंद्रीय मंत्रियों ने बचाव अभियान की सराहना की, कहा: अपनों की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे
इसके आलावा केंद्रीय मंत्रियों ने मंगलवार को उत्तराखंड में एक निर्माणाधीन सड़क सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के सफल अभियान की सराहना की. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, 'हम अपनों को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.' विभिन्न एजेंसियों ने आशा और निराशा के बीच लगभग 17 दिन चले बचाव अभियान के तहत सिल्क्यारा सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिकों को बाहर निकाल लिया. जयशंकर ने 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, 'हम अपनों को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए अथक प्रयास करने वाले सभी लोगों का हार्दिक आभार.'
उन्होंने कहा, 'उन लोगों के धैर्य और दृढ़ संकल्प की सराहना करता हूं जिन्होंने उम्मीद खोए बिना ऐसी विपरीत परिस्थितियों का सामना किया.'