नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री व कांग्रेस नेता राजीव गांधी की 77वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का ट्वीट उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, 'पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी को आज उनकी जयंती पर मेरी श्रद्धांजलि. आईटी, दूरसंचार और शिक्षा क्षेत्र में उनके बहुमूल्य योगदान को हमेशा याद किया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'हमारे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि.
संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में पूर्व पीएम राजीव गांधी के चित्र पर नेताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किए. वहीं केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोक लेखा समिति के सभापति अधीर रंजन चौधरी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए.
पुष्पांजलि अर्पित करने वाले विशिष्टजनों में अनेक संसद सदस्य और पूर्व संसद सदस्य शामिल थे. लोक सभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह ने भी पुष्पांजलि अर्पित की. भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति, डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने 20 अगस्त 1993 को संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में राजीव गांधी के चित्र का अनावरण किया था.
इसीक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री अपने पिता राजीव गांधी की जयंती पर वीर भूमि जाकर पर पुष्पांजलि अर्पित की. राहुल गांधी ने धर्मनिरपेक्ष भारत के संदर्भ में अपने पिता के एक कथन को याद करते हुए फेसबुक पर पोस्ट किया, 'धर्मनिरपेक्ष भारत इकलौता ऐसा देश है जिसका अस्तित्व बना रह सकता है.'
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'राजीव जी की 77वीं जयंती पर उन्हें याद करता हूं. वह एक दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने 21वीं सदी के लिए भारत को एक आकार दिया, जिन्होंने जीवन के हर क्षेत्र को छुआ जिससे सपने हकीकत में बदले, जिन्होंने नौजवानों, महिलाओं, पिछड़ों और गरीबों को सशक्त बनाया.' कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी राजीव गांधी और देश के विकास में उनके योगदान को याद किया.
राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था. उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर 1984 से 1989 तक देश का नेतृत्व किया. वर्ष 1991 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी.