हैदराबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित किया. क्या कहा पीएम मोदी ने-तेलंगाना में कला, कौशल, कर्मठता भरपूर है. तेलंगाना, प्राचीनता और पराक्रम की पुण्य स्थली है. जिस तरह हैदराबाद शहर हर टैलेंट की उम्मीदों को नई उड़ान देता है. वैसे ही भाजपा भी देश की आशाओं-अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत कर रही हैं. देश की महिलाओं को भी आज महसूस हो रहा है कि उनका जीवन आसान हुआ है, उनकी सुविधा बढ़ी है. अब वो राष्ट्र के विकास में अधिक योगदान दे सकती हैं. तेलंगाना के गरीबों को मुफ्त राशन हो, गरीबों को मुफ्त इलाज हो, भाजपा सरकार की नीतियों का लाभ सभी को बिना भेदभाव मिल रहा है. यही तो सबका साथ, सबका विकास है. इसी वजह से आज देश के सामान्य नागरिक का भाजपा पर इतना विश्वास है.
भाजपा ने जितना जनसमर्थन तेलंगाना में हासिल किया था, उसमें निरंतर वृद्धि हो रही है. ग्रेटर हैदराबाद के चुनावों में इसकी एक और झलक हमने देखी, जब भाजपा को अभूतपूर्व सफलता मिली. 2019 के चुनाव में भाजपा ने जितना जनसमर्थन तेलंगाना में हासिल किया था, उसमें निरंतर वृद्धि हो रही है.
हम इस 21वीं सदी में देश के नारी शक्ति को राष्ट्रशक्ति बनाने का ईमानदार प्रयास कर रहे हैं. हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक बैंकों में जमा धनराशि में महिलाओं की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ रही है. ग्रामीण महिलाओं के मामले में ये आंकड़े और भी ज्यादा हैं. मातृत्व के समय पोषण से लेकर टीकाकरण की सुविधाओं को हमनें तेलंगाना के गांव गांव तक पहुंचाया है. इसी का परिणाम है कि आज बहनों बेटियों का स्वास्थ्य भी सुधर रहा है और उनके जीवन पर संकट भी कम हुआ है. स्वच्छ भारत अभियान से तेलंगाना की लाखों गरीब माताओं-बहनों-बेटियों को सम्मान का जीवन मिला है. उज्जवला योजना से मिले मुफ्त गैस कनेक्शन से तेलंगाना की लाखों गरीब बहनों को धुएं से मुक्ति मिली है. जन धन योजना के तहत पूरे देश में 45 करोड़ बैंक खाते खोले गए. जिनमें से एक करोड़ से ज्यादा जन धन बैंक खाते तेलंगाना में खोले गए हैं, इनमें से 55% से ज्यादा खाते महिलाओं के हैं.
हमारा प्रयास है कि तेलंगाना के कोने-कोने तक बेहतरीन कनेक्टिविटी पहुंचे. पिछले 8 वर्षों में तेलंगाना में नेशनल हाईवे की लंबाई दोगुनी हो चुकी है. 2014 में तेलंगाना राज्य में लगभग 2,500 किलोमीटर के नेशनल हाईवे थे, आज 5 हज़ार किलोमीटर लंबा नेटवर्क है. हमारा निरंतर प्रयास है कि तेलंगाना के किसानों का जीवन आसान हो, उनको अपनी उपज का अधिक से अधिक दाम मिले. तेलंगाना में पानी से जुड़े लगभग 35 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के 5 बड़े प्रोजेक्ट्स पर केंद्र सरकार काम कर रही है. आत्मनिर्भर भारत अभियान को रामागुंडम खाद कारखाना भी सशक्त कर रहा है. बीते दशकों में देश के जो अनेक खाद कारखाने बंद हुए थे, उनमें से ये भी एक था. 2015 में हमनें इसे फिर से चालू करने के लिए काम शुरु किया, लगभग साढ़े 6 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया.