अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से 20 अप्रैल तक गुजरात के दौरे पर रहेंगे. वह आज शाम छह बजे गांधीनगर में स्कूलों के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की मुलाकात करेंगे. इसके बाद उनके द्वारा 19 अप्रैल को सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर, बनासकांठा के दियोदर में बनास डेरी कॉम्प्लेक्स में एक कार्यक्रम के दौरान, कई अन्य विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी. वहीं दोपहर साढ़े तीन बजे, जामनगर में WHO ग्लोबल ट्रेडिशनल मेडिसिन सेंटर का शिलान्यास किया जाएगा. इसके बाद 20 अप्रैल को सुबह साढ़े दस बजे, पीएम गांधीनगर में वैश्विक आयुष निवेश एवं नवाचार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे जिसके बाद वे दोपहर करीब साढ़े तीन बजे दाहोद में आदिवासी सम्मेलन में हिस्सा लेने के साथ विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे.
स्कूलों के लिए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का दौरा- प्रधानमंत्री मोदी 18 अप्रैल को शाम करीब छह बजे गांधीनगर में स्कूलों के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का दौरा करेंगे. इस केंद्र कि बात की जाए तो यह हर साल 500 मिलियन से अधिक डेटा सेट एकत्र करता है. इसके साथ ही मेटा डेटा एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का उपयोग करके उनका विश्लेषण भी करता है. यह प्रक्रिया छात्रों के लिए समग्र अध्ययन परिणामों को बढ़ाने के लिए की जाती है. इसके साथ ही यह केंद्र, दैनिक आधार पर शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति को ट्रैक करने में मदद करता है और छात्रों के अध्ययन परिणामों को केंद्रीकृत कर उचित और आवधिक मूल्यांकन करता है.
प्रधानमंत्री बनासकांठा के दियोदर में बनास डेयरी कॉम्प्लेक्स का करेंगे दौरा- प्रधानमंत्री 19 अप्रैल को सुबह बनासकांठा जिले के दियोदर में नवनिर्मित डेयरी कॉम्प्लेक्स और आलू प्रसंस्करण संयंत्र जनता को समर्पित करेंगे. इसका निर्माण, 600 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है. यह नव विकसित डेयरी परिसर एक ग्रीनफील्ड परियोजना है, जो प्रतिदिन लगभग 3 मिलियन लीटर दूध को संसाधित करने के साथ 80 टन मक्खन, एक मिलियन लीटर आइसक्रीम, 20 टन संघनित दूध (खोया) और 6 टन चोकलेट का उत्पादन करने में सक्षम होगी. वहीं आलू प्रसंस्करण संयंत्र फ्रेंच फ्राइज़, आलू चिप्स, आलू टिक्की, पैटी आदि सहित विभिन्न प्रकार के प्रोसेस्ड आलू उत्पादों का उत्पादन करने में सक्षम होगा. इनमें से कई वस्तुओं का निर्यात दूसरे देशों में भी किया जाएगा. यह योजना संयंत्र स्थानीय किसानों को सशक्त बनाएंगी और क्षेत्र में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी.