नई दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (रविवार) 'मन की बात' की. उन्होंने 'मन की बात' में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसलिए आज का कार्यक्रम 11.30 बजे शुरू हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है, ऐसे में हमें अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए. क्योंकि जहां कर्तव्य सर्वोपरि होता है वहां भ्रष्टाचार नहीं रह सकता.
पीएम ने जाट राजा महेंद्र प्रताप का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि महेंद्र प्रताप ने तकनीकी स्कूल की स्थापना के लिए अपना घर ही सौंप दिया था. उन्होंने अलीगढ़ और मथुरा में शिक्षा केंद्रों के निर्माण के लिए आर्थिक मदद की थी. पीएम ने उत्तराखंड और मणिपुर का भी जिक्र किया. पीएम ने कहा कि उत्तराखंड की बसंती देवी को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है. उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी संघर्षों में ही खपा दिया. मणिपुर की लौरेंबम का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने राज्य की लीबा टेक्सटाइल पर बहुत काम किया है. उन्हें भी पद्मश्री से सम्मानित किया गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है. उससे मुक्ति के लिए इंतजार क्यों करें. यह काम हम सभी देशवासियों को आज की युवा पीढ़ी को मिलकर करना है, जल्द से जल्द करना है. इसके लिए बहुत जरूरी है कि हम अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता दें. जहां कर्तव्य निभाने का एहसास होता है, कर्तव्य सर्वोपरि होता है, वहां भ्रष्टाचार भी नहीं रह सकता.
बापू की शिक्षाओं की याद दिलाता है आज का दिन: मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे पूज्य बापू की पुण्यतिथि है, 30 जनवरी का ये दिन हमें बापू की शिक्षाओं की याद दिलाता है. अभी कुछ दिन पहले हमने गणतंत्र दिवस भी मनाया, दिल्ली में राजपथ पर हमने देश के शौर्य और सामर्थ्य की जो झांकी देखी उसने सबको गर्व और उत्साह से भर दिया है. हमने देखा कि इंडिया गेट के समीप अमर जवान ज्योति और पास में ही राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर प्रज्जवलित ज्योति को एक किया गया. इस भावुक अवसर पर कितने ही देशवासियों और शहीद परिवारों की आंखों में आंसू थे. इंडिया गेट पर नेताजी की डिजिटल प्रतिमा स्थापित की गई है. इसका देश ने जिस प्रकार से स्वागत किया, हर देशवासी ने जिस प्रकार की भावनाएं प्रकट कीं, उसे हम कभी भूल नहीं सकते हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में देश इन प्रयासों के जरिए अपने राष्ट्रीय प्रतीकों को पुन: प्रतिष्ठित कर रहा है. अमृत महोत्सव के आयोजनों के बीच देश में कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पुरस्कार दिए गए. इनमें से एक है प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार. ये पुरस्कार उन बच्चों को मिले जिन्होंने छोटी-सी उम्र में साहसिक और प्रेरणादायी काम किए हैं. हमें अपने घरों में इन बच्चों के बारे में बताना चाहिए. देश में अभी पद्म सम्मान की घोषणा हुई है. पद्म पुरस्कार पाने वालों में कई ऐसे नाम भी हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. ये हमारे देश के अनसंग हीरोज हैं, जिन्होंने साधारण परिस्थितियों में असाधारण काम किए हैं.
एक करोड़ से अधिक बच्चों ने पोस्टकार्ड के जरिए कही मन की बात