नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के 14 शीर्ष नेताओं के साथ बैठक में पीएम मोदी ने आज प्रदेश के नेताओं को आश्वस्त करने की कोशिश की. बैठक में शामिल नेताओं के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली और दिल की दूरी खत्म करना चाहती है. बैठक के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, 'जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक नेताओं के साथ आज की बैठक एक विकसित और प्रगतिशील जम्मू-कश्मीर की दिशा में चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहां सर्वांगीण विकास को आगे बढ़ाया गया है.'
पीएम मोदी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में परिसीमन तेज गति से होना चाहिए ताकि चुनाव हो सकें और जम्मू-कश्मीर को एक चुनी हुई सरकार मिले जो जम्मू-कश्मीर के विकास पथ को ताकत दे.
पीएम मोदी ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा, 'हमारे लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत एक मेज पर बैठने और विचारों का आदान-प्रदान करने की क्षमता है. मैंने जम्मू-कश्मीर के नेताओं से कहा कि लोगों को, खासकर युवाओं को जम्मू-कश्मीर को राजनीतिक नेतृत्व देना है और यह सुनिश्चित करना है कि उनकी आकांक्षाएं पूरी हों.
बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है. मीटिंग के बाद पीडीपी प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर के लोग पांच अगस्त 2019 के बाद बहुत मुश्किलों में हैं. वे गुस्से में हैं, परेशान हैं और भावनात्मक रूप से टूट चुके हैं. वे अपमानित महसूस कर रहे हैं. मैंने पीएम से कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग जिस तरह से अनुच्छेद 370 को असंवैधानिक, अवैध और अनैतिक रूप से निरस्त किया गया, उसे स्वीकार नहीं करते.
वहीं नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बताया कि उन्होंने बैठक के दौरान पीएम से कहा कि 5 अगस्त 2019 को जो किया गया उसके साथ हम खड़े नहीं हैं. हम इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन हम कानून हाथ में नहीं लेंगे. हम इसे कोर्ट में लड़ेंगे. हमने पीएम को यह भी बताया कि राज्य और केंद्र के बीच विश्वास खत्म हुआ है. इसे बहाल करना केंद्र का कर्तव्य है.
उन्होंने मीडिया से कहा कि हमने पीएम से अनुरोध किया कि हमारी लड़ाई जारी रहेगी लेकिन कुछ फैसलों को उलटना जरूरी है जो जम्मू-कश्मीर के हित में बिल्कुल भी नहीं हैं. इसे केंद्र शासित का दर्जा दिया गया था, लोगों को यह पसंद नहीं है. वे जम्मू-कश्मीर के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा चाहते हैं.
पीएम मोदी और जम्मू-कश्मीर नेताओं की मुलाकात के बाद बीजेपी नेता कविंदर गुप्ता ने ईटीवी भारत से कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने अपने विचार रखे. मुझे लगता है कि आने वाले समय में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू होने वाली है. चुनाव भी परिसीमन प्रक्रिया के बाद होगा. वहां एक बार फिर विधानसभा का गठन होगा. कविंद्र गुप्ता ने कहा कि जम्मू कश्मीर की बहतरी के लिए सभी दलों ने पीएम मोदी के सामने अपनी बात रखी और पीएम मोदी की बातों से लगता है कि जम्मू कश्मीर में जल्द ही चुनाव करवाए जांएगे.धारा 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू कश्मीर विकास की राह पर है.