हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi) ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी' हैदराबाद में उपस्थित आईपीएस प्रोबेशनर्स के साथ बातचीत की. इस दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि वित्तीय धोखाधड़ी एक बड़ी चुनौती बन गई है. इसने अपराध को थानों, ज़िलों और राज्यों की सीमा से बाहर निकालकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय चुनौती बना दिया है. इससे निपटने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है.
एक ट्रेनी आईपीएस से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल के इस युग में फाइनांशियल फ्रॉड सबसे बड़ी चुनौती है. इससे निपटने के लिए सरकार कदम उठा रही है. इसके लिए पुलिस को आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है, उन्हाेंने कहा कि यदि इस संबंध में उनके कोई सुझाव हाें ताे उसे गृह मंत्रालय से साझा करें.
बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा आईपीएस पर बड़ी जिम्मेदारी है. उन्हाेंने नए आईपीएस से उनके कार्य क्षेत्र के संबंध में जानकारी लेते हुए उनके अनुभव को सुना साथ ही उन्हें सफलता का मंत्र भी दिया.
पीएम मोदी ने आगे कहा, इस साल की 15 अगस्त की तारीख, अपने साथ आजादी की 75वीं वर्षगांठ लेकर आ रही है. बीते 75 सालों में भारत ने एक बेहतर पुलिस सेवा के निर्माण का प्रयास किया है. पुलिस ट्रेनिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में भी हाल के वर्षों में बहुत सुधार हुआ है.
उन्होंने कहा, मेरा हर साल ये प्रयास रहता है कि आप जैसे युवा साथियों से बातचीत करूं. आपके विचारों को लगातार जानता रहूं. आपके विचार, सवाल, उत्सुकता, मेरे लिए भी भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सहायक होंगे. उन्होंने कहा कि मैं आज उन युवाओं से बात कर रहा हूं जिन पर अगले 25 साल तक देश में कानून व्यवस्था बनाये रखने की चुनाैती है. यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. उन्हाेंने इस दाैरान महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह काे याद किया. उन्हाेंने कहा कि नमक सत्याग्रह ने अंग्रेजों की नींव हिलाई थी. जिस इच्छाशक्ती से उस समय पूरा देश एकजुट हुआ था आज देश वही मनाेभाव की उम्मीद करता है.