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बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर आवागमन शुरू, चित्रकूट से दिल्ली सिर्फ 6 घंटे में - चित्रकूट से दिल्ली सिर्फ 6 घंटे में

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जालौन में उत्तरप्रदेश के छठे एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया. जानिए उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की खासियत और इससे होने वाले फायदों के बारे में

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बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर आवागमन शुरू

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Published : Jul 16, 2022, 2:10 PM IST

लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया. इसके साथ ही बुंदेलखंड के निवासियों के लिए चित्रकूट से नई दिल्ली 6 घंटे में पहुंचने का रास्ता साफ हो गया. इससे पहले तक यह दूरी करीब 10 घंटे में तय होती थी. इस प्रोजेक्ट की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में रखी थी. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने इसे दो साल दो महीने के रेकॉर्ड समय में पूरा किया है. चार लेन वाले वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 14,850 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है. यूपी सरकार का दावा है कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में तेजी आई.

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से दिल्ली तक सफर के दौरान यात्रियों को 6 टोल प्लाजा से गुजरना होगा. फोटो: साभार @narendramodi twitter

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के कारण उत्तर प्रदेश के कई जिलों तक लोगों की सफर आसान हो जाएगी. यह चित्रकूट और इटावा के साथ, एक्सप्रेसवे सात जिलों, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन और औरैया से होकर गुजर रहा है. चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास से शुरू होकर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इटावा जिले के कुदरैल गांव के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ मिल जाता है.

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 14 बड़े पुल, 286 छोटे पुल और 19 फ्लाईओवर बनाए गए हैं. फोटो: साभार @narendramodi twitter

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इसमें श्यामा, यमुना, बेतवा जैसी नदियों के ऊपर से होकर गुजरा है. 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में 4 रेलवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 286 छोटे पुल और 19 फ्लाईओवर बनाए गए हैं. इस एक्सप्रेसवे से दिल्ली तक सफर के दौरान यात्रियों को 6 टोल प्लाजा से गुजरना होगा. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के मुताबिक, अभी यह एक्सप्रेसवे चार लेन का है. आने वाले समय में इसमें दो लेन और बढ़ाए जाएंगे और यह 6 लेन का हो जाएगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे' को हरा-भरा बनाने के लिए इसके दोनों किनारों पर सात लाख पौधे लगाए जाएंगे.

8 महीने के रेकॉर्ड समय में तैयार हुआ है बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे. फोटो: साभार @narendramodi twitter

शनिवार को जालौन में एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के मौके पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने इसे विकास का एक्सप्रेसवे बताया. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम प्रदान करेगा. उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है.

ये एक्सप्रेस वे यहां सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा, बल्कि ये पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा. प्रदेश सरकार का दावा है कि एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ इंडस्ट्रियल एरिया विकसित किया जाएगा. इसके लिए जालौन और बांदा को इंडस्ट्रियल हब की तर्ज़ पर बनाया जाएगा. इस कारण बुंदेलखंड का न सिर्फ आर्थिक विकास होगा बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. बता दें उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड इलाके से सर्वाधिक पलायन होता रहा है.

इस बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सरकार पर आधे-अधूरे एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि आधे-अधूरे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन की हड़बड़ी में किया जा रहा है.

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