प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस के 7वें संस्करण का उद्घाटन किया. नई दिल्ली: पीएम मोदी ने देश के सबसे बड़े टेलीकॉम इवेंट के सातवें संस्करण 'इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2023' का उद्धाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष हम यहां 5जी रोलआउट के लिए इकट्ठा हुए थे, पूरी दुनिया भारत को हैरत भरी नजरों से देख रही थी. हमने दुनिया का सबसे तेज 5जी रोलआउट किया और हर भारतीय तक 5जी पहुंचाने का काम शुरू किया. हम रोलआउट स्टेज से रीचआउट स्टेज तक पहुंचे.
उन्होंने कहा कि हमारे यहां 2G के समय क्या हुआ था, शायद नई पीढ़ी को नहीं पता होगा...हमारे कालखंड में 4G का विस्तार हुआ लेकिन एक दाग भी नहीं लगा है. मुझे विश्वास है कि 6G में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा. भारत का सेमीकंडक्टर मिशन सिर्फ अपनी घरेलू जरूरत ही नहीं, दुनिय की जरूरत पूरी करने के विज़न पर आगे बढ़ रहा है.
कार्यक्रम के औपचारिक उद्धाटन से पहले प्रधानमंत्री को प्रमुख दूरसंचार कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करते देखा गया. रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के चेयरमैन आकाश अंबानी भी प्रधानमंत्री के साथ दिखे. उन्होंने दूरसंचार के क्षेत्र में अपनी कंपनी की ओर से किये जा रहे नवाचारों के बारे में पीएम मोदी को जानकारी दी.
उन्होंने रिलायंस जियो की स्पेस फाइबर की पहल के बारे में बताया, जो 1 जीबीपीएस तक की स्पीड देने में सक्षम है. जियो पवेलियन में जियो भारत डिवाइस भी प्रदर्शित किया गया है जो 4जी सेवाएं प्रदान करता है. भारती एंटरप्राइजेज के चेयरपर्सन सुनील भारती मित्तल ने भी प्रधानमंत्री से बातचीत की. मोबाइल कांग्रेस में भारती एंटरप्राइजेज 5जी प्लस, एआई-सक्षम तकनीक और अन्य डिजिटल बुनियादी ढांचे जैसी प्रौद्योगिकियों के साथ नवाचार के भविष्य का प्रदर्शन कर रही है.
इससे पहले, रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड ने भारत के पहले दुर्गम भौगोलिक क्षेत्रों में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करने के लिए भारत की पहली सैटेलाइट-आधारित गीगा फाइबर सेवा 'जियोस्पेसफाइबर' का प्रदर्शन किया था. Jio ने अपने नए सैटेलाइट ब्रॉडबैंड का भी प्रदर्शन किया.
तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन दूरसंचार विभाग (डॉट) और सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने संयुक्त रूप से किया गया है. इस साल इस कार्यक्रम में एक लाख से अधिक प्रतिभागी, 1,300 से अधिक प्रतिनिधि, 400 से अधिक वक्ता, 225 से अधिक प्रदर्शक और 400 स्टार्टअप के शामिल होने की उम्मीद है. कुल मिलाकर 31 देशों की भागीदारी होगी. इसके अलावा, इस साल इंडिया मोबाइल कांग्रेस एक स्टार्टअप कार्यक्रम 'एस्पायर' भी पेश करेगी.