दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

वाराणसी में प्रधानमंत्री : देव दीपावली में दीप दान के बाद सारनाथ भी गए पीएम मोदी

देव दीपावली पर शामिल होने के लिए पीएम मोदी पहुंचे वाराणसी
देव दीपावली पर शामिल होने के लिए पीएम मोदी पहुंचे वाराणसी

By

Published : Nov 30, 2020, 2:42 PM IST

Updated : Nov 30, 2020, 10:10 PM IST

22:01 November 30

वाराणसी से दिल्ली रवाना हुए पीएम मोदी

20:59 November 30

सारनाथ पहुंचे पीएम मोदी, भगवान बुद्ध पर लाइट एंड साउंड शो का आयोजन

20:14 November 30

सारनाथ रवाना हुए पीएम मोदी

19:54 November 30

संत रविदास घाट पहुंचे पीएम मोदी

संत रविदास को पीएम और सीएम ने दी श्रद्धांजलि

19:30 November 30

वाराणसी के चेतसिंह घाट पर लेजर शो, शिव तांडव का चित्रण

18:30 November 30

पीएम का संबोधन

देव दीपावलीः पीएम का संबोधन 

  • इस बार के पर्व, इस बार की दीपावली जैसे मनाई गई, जैसे देश के लोगों ने लोकल प्रोडक्ट और लोकल गिफ्ट्स के साथ अपने त्योहार मनाए वो वाकई प्रेरणादाई है. लेकिन ये सिर्फ त्योहार के लिए नहीं, ये हमारी जिंदगी का हिस्सा बनने चाहिए.
  • लेकिन जब उन सुधारों की सार्थकता सामने आने लगती है तो सबकुछ ठीक हो जाता है. यही सीख हमें गुरुनानक देवजी के जीवन से मिलती है.
  • आज हम रिफॉर्म्स की बात करते हैं, लेकिन समाज और व्यवस्था में रिफॉर्म्स के बहुत बड़े प्रतीक तो स्वयं गुरु नानक देव जी ही थे. हमने ये भी देखा है कि जब समाज, राष्ट्रहित में बदलाव होते हैं, तो जाने-अनजाने विरोध के स्वर ज़रूर उठते हैं.
  • आज ये दीपक उन आराध्यों के लिए भी जल रहे हैं, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किए. काशी की ये भावना, देव दीपावली की परंपरा का ये पक्ष भावुक कर जाता है. इस अवसर पर मैं देश की रक्षा में अपनी शहादत देने वाले, हमारे सपूतों को नमन करता हूं
  • काशी सबको, पूरे विश्व को प्रकाश देने वाली है. पथ प्रदर्शन करने वाली है. हर युग में काशी के इस प्रकाश से किसी ने किसी महापुरुष की तपस्या जुड़ जाती है और काशी दुनिया को रास्ता दिखाती है.
  • ऐसा लग रहा है जैसे आज पूर्णिमा पर देव दीपावली मनाती काशी, महादेव के माथे पर विराजमान चन्द्रमा की तरह चमक रही है. काशी की महिमा ही ऐसी है.
  • हमारे लिए विरासत का मतलब है देश की धरोहर. जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है, अपना परिवार और अपने परिवार का नाम. हमारे लिए विरासत का मतलब है हमारी संस्कृति, हमारी आस्था. उनके लिए विरासत का मतलब है अपनी प्रतिमाएं, अपने परिवार की तस्वीरें.
  • हमारे देवी देवताओं की ये प्राचीन मूर्तियाँ, हमारी आस्था के प्रतीक के साथ ही हमारी अमूल्य विरासत भी हैं. ये बात सही है कि इतना प्रयास अगर पहले किया गया होता, तो ऐसी कितनी ही मूर्तियां, देश को काफी पहले वापस मिल जातीं. लेकिन कुछ लोगों की सोच अलग रही है.
  • काशी के लिए एक और भी विशेष अवसर है. कल मन की बात में भी मैंने इसका जिक्र किया था. सौ साल से भी पहले माता अन्नपूर्णा की जो मूर्ति काशी से चोरी हो गई थी, वो फिर वापस आ रही है. माता अन्नपूर्णा एक बार फिर अपने घर लौटकर वापस आ रही हैं.
  • आज मां गंगा के सानिध्य में काशी प्रकाश का उत्सव मना रही है. मुझे भी महादेव के आशीर्वाद से इस प्रकाश गंगा में डुबकी लगाने का सौभाग्य मिल रहा है.
  • काशी कोतवाल की जय, माता अन्नपूर्णा की जय, मां गंगा की जय. जो बोले सो निहाल, सत् श्री अकाल. आपको देव दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं. सभी को गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व की बहुत-बहुत बधाई.

18:24 November 30

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशीवासियों को संबोधित कर रहे हैं. 

18:01 November 30

पीएम ने पावनपथ वेबपोर्टल की शुरुआत की

17:59 November 30

पीएम ने दीप जलाकर देव दीपावली की शुरुआत की

दीप जलाकर देव दीपावली की शुरुआत

17:53 November 30

पीएम मोदी राजघाट पहुंच चुके हैं.

राजघाट पहुंचे पीएम मोदी

17:35 November 30

राजघाट जा रहे पीएम

राजघाट जा रहे पीएम
  • पुनः क्रूज पर सवार होकर देव दीपावली महोत्सव के लिए राजघाट जा रहे पीएम मोदी.
  • कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है वाराणसी का विश्वप्रसिद्ध देव दीपावली पर्व.
  • गंगा के दोनों किनारों पर 11 लाख दीप जलाए जाएंगे.

17:29 November 30

वाराणसी: पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में चल रहे विकास कार्य का किया अवलोकन

17:19 November 30

पीएम ने काशी विश्वनाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना

पीएम ने की पूजा अर्चना

17:02 November 30

गर्भ गृह में काशी विश्वनाथ का दर्शन करने पहुंचे पीएम

काशी विश्वनाथ का दर्शन करने पहुंचे

16:53 November 30

वाराणसी के ललिता घाट पहुंचे पीएम

वाराणसी के ललिता घाट पहुंचे पीएम

16:34 November 30

डुमरी घाट से ललिता घाट जा रहे हैं पीएम मोदी

ललिता घाट जा रहे हैं पीएम मोदी

16:28 November 30

वाराणसी: पीएम मोदी डुमरी घाट पहुंचे

पीएम मोदी डुमरी घाट पहुंचे

काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में कार्य प्रगति की समीक्षा करेंगे पीएम मोदी 

16:01 November 30

जानें पीएम के आगे के कार्यक्रम के बारे में...

  • इसके बाद प्रधानमंत्री यहां से सीधे डोमरी गांव के लिए प्रस्थान करेंगे.
  • हेलीकॉप्टर के जरिए हेलीकॉप्टर डोमरी गांव में उतरेगा और यहां पर बाबा अवधूत भगवान राम घाट से प्रधानमंत्री क्रूज पर सवार होकर सीधे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पहुंचेंगे.
  • ललिता घाट से काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पहुंचने के बाद वह निर्माणाधीन कॉरिडोर का निरीक्षण करेंगे और बाबा विश्वनाथ में दर्शन पूजन करेंगे.
  • इसके बाद वह पुनः क्रूज पर सवार होंगे और राजघाट पहुंचेंगे. राजघाट पर 5 दीपक जलाकर देव दीपावली महोत्सव की शुरुआत करेंगे. दीपोत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद लोगों को संबोधित भी करेंगे.
  • इसके बाद वह क्रूज़ के जरिए संत रविदास घाट के लिए रवाना होंगे.
  • इस दौरान वह काशी के गंगा घाटों पर सजाए गए दीयों का अवलोकन करेंगे और महाराजा चेतसिंह घाट पर भव्यता के साथ सजाए गए किले से आयोजित होने वाले लेजर शो का भी आनंद लेंगे.
  • यहां पर 20 मिनट के लिए प्रधानमंत्री का क्रूज रुकेगा और लेजर शो देखने के बाद संत रविदास घाट के लिए प्रस्थान करेगा.
  • संत रविदास की प्रतिमा पर चढ़ाएंगे पुष्प
  • संत रविदास घाट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और फिर गाड़ी में सवार होकर सीधे सारनाथ के लिए प्रस्थान करेंगे.
  • रात करीब 8:15 पर प्रधानमंत्री सारनाथ पहुंचेंगे और सारनाथ खंडहर एरिया में उन्हें घुमाने और लाइट एंड साउंड शो स्थल तक ले जाने के लिए गोल्डकार्ट की व्यवस्था की गई है.
  • यहां पर पीएम मोदी लगभग 45 मिनट रुकेंगे और फिर यहां से सीधे बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान करेंगे और फिर दिल्ली रवाना हो जाएंगे.

15:56 November 30

पीएम का संबोधन

अब से कुछ देर बाद काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा घाट के लिए बन रहे कॉरिडोर का जायजा लेने पहुंचेंगे पीएम मोदी. 

15:15 November 30

प्रधानमंत्री का संबोधन

प्रधानमंत्री का संबोधन  

  • एक राज्य में तो वहां की सरकार, अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते आज भी किसानों को इस योजना का लाभ नहीं लेने दे रही है. देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों के बैंक खाते में सीधी मदद दी जा रही है. अब तक लगभग 1 लाख करोड़ रुपए किसानों तक पहुंच भी चुका है.
  • आपको याद रखना है, यही लोग हैं जो पीएम किसान सम्मान निधि को लेकर ये लोग सवाल उठाते थे. ये अफवाह फैलाते थे कि ये मोदी है इसलिए ये चुनाव को देखते हुए 2 हजार रूपये दिया जा रहा है और चुनाव के बाद इस पैसे को ब्याज सहित वापस देना पड़ेगा.
  • अब आप ही बताइए कि अगर मंडियों और MSP को ही हटाना था, तो इनको ताकत देने के लिए, इन पर इतना निवेश ही क्यों करते? हमारी सरकार तो मंडियों को आधुनिक बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है.
  • 2014 से पहले के 5 सालों में पहले की सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपए का धान खरीदा था. लेकिन इसके बाद के 5 सालों में 5 लाख करोड़ रुपए धान के MSP के रूप में किसानों तक हमने पहुंचाए हैं. यानि लगभग ढाई गुना ज्यादा पैसा किसान के पास पहुंचा है.
  • सिर्फ दाल की ही बात करें तो 2014 से पहले के 5 सालों में लगभग साढ़े 600 करोड़ रुपए की ही दाल किसान से खरीदी गईं. लेकिन इसके बाद के 5 सालों में हमने लगभग 49,000 करोड़ रुपए की दालें खरीदी हैं यानि लगभग 75 गुना बढ़ोतरी.
  • हमने वादा किया था कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुकूल लागत का डेढ़ गुना MSP देंगे. ये वादा सिर्फ कागज़ों पर ही पूरा नहीं किया गया, बल्कि किसानों के बैंक खाते तक पहुंचाया है.
  • हमने कहा था कि हम यूरिया की कालाबाजारी रोकेंगे और किसान को पर्याप्त यूरिया देंगे. बीते 6 साल में यूरिया की कमी नहीं होने दी. पहले यूरिया ब्लैक में लेना होता था, यूरिया लेने आए किसानों पर लाठीचार्ज तक होता था.
  • किसानों के नाम पर बड़ी-बड़ी योजनाएं घोषित होती थीं. लेकिन वो खुद मानते थे कि 1 रुपए में से सिर्फ 15 पैसे ही किसान तक पहुंचते थे.
  • पहले MSP तो घोषित होता था लेकिन MSP पर खरीद बहुत कम की जाती थी. सालों तक MSP को लेकर छल किया गया. किसानों के नाम पर बड़े-बड़े कर्जमाफी के पैकेज घोषित किए जाते थे. लेकिन छोटे और सीमांत किसानों तक ये पहुंचते ही नहीं थे.
  • अपप्रचार किया जाता है कि फैसला तो ठीक है लेकिन इससे आगे चलकर ऐसा हो सकता है। जो अभी हुआ ही नहीं, जो कभी होगा ही नहीं, उसको लेकर समाज में भ्रम फैलाया जाता है. ये वही लोग हैं जिन्होंने दशकों तक किसानों के साथ लगातार छल किया है.
  • पहले होता ये था कि सरकार का कोई फैसला अगर किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था. लेकिन बीते कुछ समय से हम देख रहे हैं कि अब विरोध का आधार फैसला नहीं बल्कि भ्रम फैलाकर आशंकाओं को बनाया जा रहा है.
  • सरकारें नीतियां बनाती हैं, कानून-कायदे बनाती हैं. नीतियों और कानूनों को समर्थन भी मिलता है तो कुछ सवाल भी स्वभाविक ही है. ये लोकतंत्र का हिस्सा है और भारत में ये जीवंत परंपरा रही है.
  • पहले मंडी के बाहर हुए लेनदेन ही गैरकानूनी थे. ऐसे में छोटे किसानों के साथ धोखा होता था, विवाद होता था। अब छोटा किसान भी, मंडी से बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानूनी कार्यवाही कर सकता है. किसान को अब नए विकल्प भी मिले हैं और धोखे से कानूनी संरक्षण भी मिला है.
  • भारत के कृषि उत्पाद पूरी दुनिया में मशहूर हैं. क्या किसान की इस बड़े मार्केट और ज्यादा दाम तक पहुंच नहीं होनी चाहिए? अगर कोई पुराने सिस्टम से ही लेनदेन ही ठीक समझता है तो, उस पर भी कहां रोक लगाई गई है?
  • अगर किसान को ऐसा कोई खरीददार मिल जाए, जो सीधा खेत से फसल उठाए और बेहतर दाम दे, तो क्या किसान को उसकी उपज बेचने की आजादी मिलनी चाहिए या नहीं?
  • बीते सालों में फसल बीमा हो या सिंचाई, बीज हो या बाजार, हर स्तर पर काम किया गया है. पीएम फसल बीमा योजना से देश के करीब 4 करोड़ किसान परिवारों की मदद हुई है. पीएम कृषि सिंचाई योजना से 47 लाख हेक्टेयर जमीन माइक्रो इरिगेशन के दायरे में आ चुकी है.
  • सामान्य चावल जहां 35-40 रुपए किलो के हिसाब से बिकता है, वहीं ये बेहतरीन चावल 300 रुपए तक बिक रहा है.बड़ी बात ये भी है कि ब्लैक राइस को विदेशी बाज़ार भी मिल गया है. पहली बार ऑस्ट्रेलिया को ये चावल निर्यात हुआ है, वो भी करीब साढ़े 800 रुपए किलो के हिसाब से.
  • सरकार के प्रयासों औऱ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से किसानों को कितना लाभ हो रहा है, इसका एक बेहतरीन उदाहरण चंदौली का काला चावल-ब्लैक राइस है. ये चावल चंदौली के किसानों के घरों में समृद्धि लेकर आ रहा है.
  • आज बनारस का लंगड़ा और दशहरी आम लंदन और मिडिल ईस्ट में अपनी खुशबू बिखेर रहा है. अब बनारस के आम की मांग विदेशों में भी निरंतर बढ़ रही है.
  • वाराणसी में पेरिशेबल कार्गो सेंटर बनने के कारण अब यहां के किसानों को अब फल और सब्जियों को स्टोर करके रखने और उन्हें आसानी से बेचने की बहुत बड़ी सुविधा मिली है. इस स्टोरेज कैपेसिटी के कारण पहली बार यहां के किसानों की उपज बड़ी मात्रा में निर्यात हो रही है.
  • देश के इतिहास में पहली बार किसान रेल शुरु की गई है. इन प्रयासों से किसानों को नए बाजार मिल रहे हैं, बड़े शहरों तक उनकी पहुंच बढ़ रही है. उनकी आय पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है.
  • जब किसी क्षेत्र में आधुनिक कनेक्टिविटी का विस्तार होता है, तो इसका बहुत लाभ हमारे किसानों को होता है. बीते वर्षों में ये प्रयास हुआ है कि गांवों में आधुनिक सड़कों के साथ भंडारण, कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्थाएं खड़ी की जाएं. इसके लिए 1 लाख करोड़ रुपए का फंड भी बनाया गया है.
  • 3-4 साल पहले यूपी में सिर्फ दो बड़े एयरपोर्ट प्रभावी रूप से काम कर रहे थे. आज करीब एक दर्जन एयरपोर्ट यूपी में सेवा के लिए तैयार हो रहे हैं. वाराणसी के एयरपोर्ट के विस्तार का काम चल रहा है.
  • पहले उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति क्या थी, ये आप भली-भांति जानते हैं. आज उत्तर प्रदेश की पहचान एक्सप्रेस प्रदेश के रूप में हो रही है.
  • बीते वर्षों में काशी के सुंदरीकरण के साथ-साथ यहां की कनेक्टिविटी में जो काम हुआ है, उसका लाभ अब दिख रहा है. नए हाइवे बनाना हो, पुल-फ्लाई ऑवर बनाना हो, जितना काम बनारस और आस-पास के क्षेत्रों में अब हो रहा है, उतना आजादी के बाद कभी नहीं हुआ.
  • इस हाइवे के चौड़ा होने से काशी और प्रयागराज के बीच आना जाना और आसान हो गया है.
  • कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों और इस क्षेत्र के लोगों को होने वाली परेशानियां समाप्त हो जाएंगी. इसका लाभ कुंभ के दौरान भी मिलेगा.
  • मुझे याद है कि 2013 में मेरी पहली जनसभा इसी मैदान पर हुई थी. तब यहां से गुजरने वाला हाइवे 4 लेन का था. आज बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से ये 6 लेन का हो गया है.
  • देव दीपावली और गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव पर आज काशी को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का एक और उपहार मिल रह है.
  • इसका लाभ काशी के साथ ही प्रयागराज के लोगों को भी होगा, आप सभी को बहुत-बहुत बधाई.
  • आप सभी को देव दीपावली और गुरुपर्व की ढेरों बधाईयां और शुभकामनाएं.

15:08 November 30

पीएम मोदी ने प्रयागराज-वाराणसी राजमार्ग के 6-लेन चौड़ीकरण का लोकार्पण किया

पीएम मोदी का संबोधन

15:07 November 30

योगी आदित्यनाथ ने समारोह को संबोधित किया

15:00 November 30

प्रयागराज वाराणसी राजमार्ग के 6-लेन चौड़ीकरण का लोकापर्ण समारोह चल रहा है.

14:58 November 30

पीएम ने हाइवे प्रोजेक्ट मॉडल का मुआयना किया

हाइवे प्रोजेक्ट मॉडल का मुआयना करते पीएम मोदी

14:56 November 30

खजूरी पहुंचे पीएम मोदी

पीएम पहुंचे खजूरी

पीएम मोदी प्रयागराज-वाराणसी राजमार्ग के 6-लेन चौड़ीकरण का लोकार्पण करेंगे. 

14:44 November 30

थोड़ी देर में खजूरी पहुंचेंगे मोदी

खजूरी पहुंचेंगे पीएम मोदी

14:26 November 30

वाराणसी में देव दीपावली महोत्सव

लखनऊ :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर पहुंचे. और इस दौरान वह देव दीपावली में महोत्सव में हिस्सा लेंगे. मोदी के सभी कार्यक्रमों में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके साथ रहेंगे.

राज्‍य सरकार की ओर से रविवार को जारी बयान में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की जानकारी दी गई. जानकारी के मुताबिक दौरे में प्रधानमंत्री देव दीपावली महोत्‍सव में शामिल होंगे तथा लेजर शो भी देखेंगे. प्रधानमंत्री सारनाथ पुरातत्व परिसर में लाइट एंड साउंड शो का अवलोकन करेंगे. इस बीच वह राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 के हण्डिया-राजा तालाब खंड का 6-लेन चौड़ीकरण कार्य राष्ट्र को समर्पित करेंगे. वे श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर धाम परियोजना स्थल भी जाएंगे.

प्रोटोकॉल के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को 2.10 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पहुचेंगे. यहां से सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा खजूरी जनसभा स्थल पहुंचेंगे जहां प्रयागराज- वाराणसी सिक्सलेन का लोकार्पण कर वह जनसभा को संबोधित करेंगे.

इसमें बताया गया है कि वहां से हेलीकॉप्टर से वह डोमरी जाएंगे और इसके बाद सड़क मार्ग से भगवान अवधूत राम घाट जाएंगे जहां से क्रूज पर सवार होकर ललिता घाट पहुचेंगे. इसमें कहा गया है कि इसके बाद उनका काफिला विश्वनाथ मंदिर आएगा जहां वह दर्शन पूजन कर कॉरिडोर के विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे.

कार्यक्रम के अनुसार वह क्रूज से वापस राजघाट पहुँचेंगे और पांच बजे दीप जलाकर दीपोत्सव की शुरुआत करेंगे और पावन पथ वेबसाइट का लोकार्पण करेंगे.

प्रधानमंत्री मोदी 5.45 बजे क्रूज से रविदास घाट के लिए रवाना होंगे और चेतसिंह घाट पर 10 मिनट का लेजर शो देखेंगे. रविदास घाट पहुंच कर वह कार से सारनाथ के लिए रवाना हो जाएंगे और यहां लाइट एंड साउंड शो देखेंगे और 8.15 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट से दिल्ली वापस लौट जाएंगे. 

Last Updated : Nov 30, 2020, 10:10 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details