नई दिल्ली :पीएम मोदी ने अत्याधुनिक गांधीनगर कैपिटल रेलवे स्टेशन (Gandhinagar Capital Station) का शुभारंभ कर दिया है. प्रधानमंत्री ने गुजरात साइंस सिटी (Gujarat Science City) में एक्वेटिक्स और रोबोटिक्स गैलरी तथा नेचर पार्क का शुभारंभ भी किया. पीएम मोदी ने परियोजनाओं के उद्घाटन के बाद कहा कि आज का दिन 21वीं सदी के भारत की आकांक्षा, युवा भारत की भावनाओं और संभावनाओं का बहुत बड़ा प्रतीक है.
उन्होंने कहा कि साइंस और टेक्नोलॉजी हो, बेहतर अर्बन लैंडस्केप हो या फिर कनेक्टिविटी का आधुनिक इंफ्रास्ट्रकचर, नए भारत की नई पहचान में आज एक और कड़ी जुड़ रही है.
पीएम ने कहा कि उन्होंने दिल्ली से परियोजनाओं का लोकार्पण किया है, लेकिन इसको देखने की उत्सुकता वे बयान नहीं कर सकते. पीएम मोदी ने कहा कि आज देश का लक्ष्य केवल कंक्रीट का स्ट्रक्चर खड़ा करना नहीं है.
प्रधानमंत्री ने जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया उनमें पुनर्विकसित गांधीनगर रेलवे स्टेशन के ऊपर बना एक नया पांच सितारा होटल, गुजरात साइंस सिटी में एक्वेटिक्स और रोबोटिक्स गैलरी तथा नेचर पार्क भी शामिल हैं.
वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, रेल राज्यमंत्री दर्शना जरदोश और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हुए.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भारत की जरूरत 20वीं सदी के तौर-तरीकों से पूरी नहीं हो सकती इसलिए रेलवे में नए सिरे से सुधार की जरूरत थी.
उन्होंने कहा, 'हमने रेलवे को सिर्फ एक सर्विस के तौर पर नहीं बल्कि एक धरोहर के तौर पर विकसित करने के लिए काम शुरू किया. आज इसके परिणाम दिखने लगे हैं.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जैसे विशाल देश में रेलवे की भूमिका हमेशा से बहुत बड़ी रही है और रेलवे अपने साथ-साथ विकास के नए आयाम व सुविधाओं के नए आयाम लेकर भी पहुंचती है.
उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों का प्रयास ही है कि आज पूर्वोत्तर के राज्यों की राजधानियों तक पहली बार रेल पहुंच रही है.
उन्होंने कहा, 'नए भारत के विकास की गाड़ी दो पटरियों पर एक साथ चलते हुए ही आगे बढ़ेगी. एक पटरी आधुनिकता की, दूसरी पटरी गरीब, किसान और मध्यम वर्ग के कल्याण की.'
गांधीनगर स्टेशन पर बना पांच सितारा होटल 318 कमरों वाला है और 790 करोड़ रुपये की लागत से बना है. गांधीनगर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास और उसके ऊपर पांच सितारा होटल का निर्माण जनवरी 2017 में शुरू हुआ था और प्रधानमंत्री मोदी ने इनकी आधारशिला रखी थी.
होटल के ठीक सामने एक सम्मेलन केंद्र स्थापित किया गया है जिसका नाम महात्मा मंदिर है. यहां संगोष्ठियों और सम्मेलनों में हिस्सा लेने वाले राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय अतिथि इस होटल में ठहर सकते हैं.
अधिकारियों ने बताया कि गांधीनगर रेलवे स्टेशन देश का पहला ऐसा पुनर्विकसित स्टेशन है जहां सुविधाएं हवाई अड्डों जैसी हैं. स्टेशन पर दो ऐस्केलेटर, दो ऐलीवेटर और प्लेटफॉर्म को जोड़ने वाले दो भूमिगत पैदल पार पथ हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारतीय रेलवे की पहचान बदलने लगी है और आज जहां सुविधाएं भी बढ़ी है वहीं सुरक्षा भी बेहतर हुई है और गति भी तेज हुई है.
उन्होंने कहा कि रेलवे के संसाधनों का आधुनिकीकरण हो उन्हें आधुनिक बनाने के अन्य प्रयास आगे भी जारी रहेंगे.
उन्होंने कहा, 'आने वाले दिनों में जैसे ही समर्पित मालवाहक गलियारे शुरू हो जाएंगे, ट्रेनों की गति और बढ़ेगी . तेजस और वंदे भारत जैसी आधुनिक रेलगाड़ियां तो अभी से चलने भी लगी हैं. आज यह रेलगाड़ियां यात्रियों को एक नया और अद्भुत अनुभव दे रहे हैं.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि रेल से सफर करने वाले सामान्य नागरिक को भी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिले तथा महिलाओं और छोटे बच्चों की विशेष जरूरतों को देखते हुए उनके लिए अच्छी व्यवस्था हो, रेलवे में प्रयास किए जा रहे हैं.