नई दिल्ली:फ्रांस में हर साल 14 जुलाई को 'बैस्टिल डे' मनाया जाता है. 'बैस्टिल डे' फ्रांस का राष्ट्रीय दिवस है. इस मौके पर भव्य परेड का आयोजन किया जाता है. 14 जुलाई, 1789 को सैन्य किले और जेल के रूप में मशहूर बैस्टिल के पतन का प्रतीक है. बताया जाता है कि गुस्साई भीड़ ने बैस्टिल जेल पर धावा बोल दिया था. इसी दिन से फ्रांसीसी क्रांति की शुरुआत हुई थी. उदाहरण के तौर पर भारत की आजादी में जो महत्व 1857 के विद्रोह है, वही महत्व फ्रांस में 'बैस्टिल डे' का है.
'बैस्टिल डे' की कहानी: फ्रांस की राजधानी पेरिस में बैस्टिल मध्य युग का एक किला और जेल का नाम है. फ्रांस के इतिहासकारों के मुताबिक बैस्टिल का निर्माण शुरू में किले के तौर पर किया गया था लेकिन 17वीं और 18वीं इसका इस्तेमाल राज्य कारागार के रूप में किया जाने लगा था. कहा जाता है कि बैस्टिल पेरिस शहर के पूर्वी दरवाजा बन गया था, जो शहर की रखवाली के काम आता था. कहा जाता है कि 17वीं शताब्दी के बीच फ्रांस के राजा आदेश पर क्रांतिकारियों और नागरिकों को गिरफ्तार करके बैस्टिल जेल में रखा जाता था. फ्रांसिसी क्रांति के दैरान ये जेल एक कठोर शासन का प्रतीक मानी जाती थी.
फ्रांसीसी क्रांति के दौरान गुस्साए क्रांतिक्रारियों ने बैस्टिल जेल पर धावा बोल दिया और सात कैदियों को छुड़ा लिया था. तब इसको फ्रांसीसी क्रांति का नाम दिया गया. यह घटना फ्रांस की क्रांति में घटी एक महत्वपूर्ण घटना मानी गई. इस घटना को राजशाही शासन के अंत के तौर पर देखा गया.