नई दिल्ली : पीएम मोदी ने महाराष्ट्र से पश्चिम बंगाल तक चलने वाली 100 वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाई है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे. यह ट्रेन महाराष्ट्र के संगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसान रेल ने छोटे और सीमांत किसानों को मजबूत बनाने का काम किया है, जिनकी हिस्सेदारी कृषक समुदाय में करीब 80 प्रतिशत है.
बंगाल के किसानों को बड़ा विकल्प
पीएम मोदी ने कहा कि किसान रेल जैसी सुविधाएं मिलने से कैश क्रॉप, ज्यादा दाम वाली, ज्यादा पोषक फसलों के उत्पादन के लिए प्रोत्साहन बढ़ेगा. छोटा किसान पहले इन सबसे इसलिए नहीं जुड़ पाता था, क्योंकि उसको कोल्ड स्टोरेज और बड़े मार्केट मिलने में दिक्कत होती थी. किसान रेल से पश्चिम बंगाल के किसानों को बड़ा विकल्प मिला है.
देशभर के बाजार तक पहुंचने की चुनौती
पीएम मोदी ने कहा कि आज पश्चिम बंगाल के किसान भी इस सुविधा से जुड़ा है. वहां आलू, कटहल, बैंगन, गोभी जैसी सब्जियां खूब होती हैं. साथ ही अनानास, लीची, अनार, केला भी वहां के किसान उगाते हैं. मछली की भी कमी नहीं है. समस्या इनको देशभर के बाजार तक पहुंचाने की रही है. उन्होंने कहा कि ये विकल्प किसान के साथ ही स्थानीय छोटे-छोटे व्यापारी को भी मिला है. वो किसान से ज्यादा दाम में ज्यादा माल खरीदकर किसान रेल के जरिए दूसरे राज्यों में बेच सकते हैं.
100वीं किसान रेल को हरी झंडी पार्सल के लिए न्यूनतम मात्रा तय नहीं
पीएम मोदी ने कहा, किसान रेल से देश के 80 प्रतिशत से अधिक छोटे और सीमांत किसानों को बहुत बड़ी शक्ति मिली है. इसमें किसानों के लिए कोई न्यूनतम मात्रा तय नहीं है. कोई किसान 50-100 किलो का पार्सल भी भेज सकता है.
1700 रुपये कम है किराया
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भण्डारण की आधुनिक व्यवस्थाओं पर, सप्लाई चैन के आधुनिकीकरण पर करोड़ों का निवेश तो कर ही रही है. साथ ही किसान रेल जैसी नई पहल भी की जा रही है. बकौल पीएम मोदी, 'किसान रेल चलता फिरता कोल्ड स्टोरेज भी है. यानि इसमें फल हो, सब्ज़ी हो, दूध हो, मछली हो, यानि जो भी जल्दी खराब होने वाली चीजें हैं, वो पूरी सुरक्षा के साथ एक जगह से दूसरी जगह पहुंच रही हैं. सात ही इसका किराया ट्रकों के मुकाबले 1700 रुपये कम है. किसान रेल में सरकार 50 प्रतिशत छूट भी दे रही है. इसका भी किसानों को लाभ मिल रहा है.'
किसान रेल का नेटवर्क 100 के आंकड़े पर
संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश के हर क्षेत्र की खेती को, किसानों को किसान रेल से कनेक्ट किया जा रहा है. कोरोना की चुनौती के बीच भी बीते 4 महीनों में किसान रेल का ये नेटवर्क आज 100 के आंकड़े पर पहुंच चुका है.
पीएम मोदी ने कहा कि किसान रेल सेवा देश के किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में भी एक बहुत बड़ा कदम है. इससे खेती से जुड़ी अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव आएगा. इससे देश की कोल्ड सप्लाई चेन की ताकत भी बढ़ेगी.
करीब साढ़े 6 हजार प्रोजेक्ट स्वीकृत
पीएम कृषि संपदा योजना के तहत मेगा फूड पार्क्स, कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रो प्रोसेसिंग क्लस्टर, ऐसे करीब साढ़े 6 हजार प्रोजेक्ट स्वीकृत किए गए हैं. आत्मनिर्भर अभियान पैकेज के तहत माइक्रो फूड प्रोसेसिंग उद्योगों के लिए 10 हज़ार करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं.