पोर्ट मोरेस्बी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिजी का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया गया. फिजी के पीएम सित्वनी राबुका ने उन्हें 'कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी' (Companion of the Order of Fiji) से सम्मानित किया. वैश्विक नेतृत्व के लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया है. आज तक गिने-चुने गैर-फिजी लोगों को ही यह सम्मान मिला है. इस सम्मान पर पीएम मोदी ने कहा, 'यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पापुआ न्यू गिनी में तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग शिखर सम्मेलन (FIPIC) की सह-अध्यक्षता की. सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'कोविड महामारी का असर सबसे ज्यादा ग्लोबल साउथ के देशों पर पड़ा. जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदा, भूख, गरीबी और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां पहले से ही थीं, अब नई समस्याएं पैदा हो रही हैं. मुझे खुशी है कि भारत मुश्किल की घड़ी में अपने मित्र प्रशांत द्वीपीय देशों के साथ खड़ा रहा.'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा,'भारत जी-20 के माध्यम से वैश्विक दक्षिण की चिंताओं, उनकी अपेक्षाओं और उनकी आकांक्षाओं को दुनिया तक पहुंचाना अपनी जिम्मेदारी समझता है. पिछले दो दिनों में G7 शिखर सम्मेलन में भी मेरा यही प्रयास था. भारत को आपका विकास भागीदार होने पर गर्व है. आप एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में भारत पर भरोसा कर सकते हैं. हम बिना किसी हिचकिचाहट के आपके साथ अपने अनुभव और क्षमताओं को साझा करने के लिए तैयार हैं. हम बहुपक्षवाद में विश्वास करते हैं और एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक का समर्थन करते हैं. मेरे लिए, आप बड़े महासागरीय देश हैं, न कि छोटे द्वीप देश हैं.'
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सम्मेलन में पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने कहा,'हम सभी एक साझा इतिहास से आते हैं. उपनिवेश होने का इतिहास. इतिहास जो ग्लोबल साउथ के देशों को एक साथ रखता है. द्विपक्षीय बैठक में मुझे आश्वासन देने के लिए मैं आपको (प्रधानमंत्री मोदी) धन्यवाद देता हूं कि इस साल जी20 की मेजबानी करते समय आप वैश्विक दक्षिण से संबंधित मुद्दों पर वकालत करेंगे.' इससे पहले पीएम मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के गवर्नर-जनरल बॉब डाडे के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन देशों के दौरे के दूसरे चरण में पापुआ न्यू गिनी पहुंचे.