नई दिल्ली : जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन नई दिल्ली आ रहे हैं. वह सात सितंबर को दिल्ली पहुंचेंगे. शिखर सम्मेलन में भाग लेने से पहले आठ सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक होगी. जी-20 की बैठक शनिवार और रविवार को होनी है. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन कोरोना से संक्रमित हैं, लिहाजा उनके आने की संभावना कम है. हालांकि, राष्ट्रपति जो बाइडेन की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है. अमेरिकी अधिकारियों ने इसकी पुष्टि कर दी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति बाइडेन इस दौरान कोरोना संबंधित प्रोटोकॉल का पालन करेंगे. वह मास्क पहने रहेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करेंगे. शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद वह वियतनाम के दौरे पर जाएंगे. वह 10 सितंबर को हनोई के लिए रवाना हो जाएंगे.
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बाइडेन आधिकारिक विमान एयरफोर्स-वन पर सवार होकर दिल्ली आएंगे. विमान का एरिया 4000 वर्ग फीट है. यह दुनिया का सबसे सुरक्षित विमान माना जाता है. 24 घंटे इसकी मॉनिटरिंग की जाती है. रूस के राष्ट्रपति और चीन के राष्ट्रपति इस बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. रूस का प्रतिनिधित्व उनके विदेश मंत्री करेंगे, जबकि चीन का प्रतिनिधित्व वहां के प्रधानमंत्री करेंगे.
मोदी-बाइडेन की बातचीत का मुद्दा क्या होगा - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी साल 22-23 जून को अमेरिका गए थे. वहां पर उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ ड्रोन इंजन, जेट इंजन, वीजा समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की थी. उम्मीद है कि इन मुद्दों को आगे बढ़ाया जाएगा. इसके साथ ही भारत-अमेरिका सिविल न्यूक्लियर को-ऑपरेशन पर भी प्रमुखता से बातचीत होगी. भारत में छह न्यूक्लियर रिएक्टर बनाने को लेकर संभव है कि न्यूक्लियर पावर को-ऑपरेशन ऑफ इंडिया लि. और यूएस के वेस्टलिंग हाउस इलेक्ट्रिक कंपनी के बीच महत्वपूर्ण घोषणा हो सकती है. प्रत्येक रिएक्टर की क्षमता 1100 मेगावाट होगी. रिएक्टर आंध्र प्रदेश में बनाया जाएगा.