नई दिल्ली :बिहार के मधुबनी में भारत और नेपाल के बीच शनिवार से मैत्री ट्रेन सेवा (India Nepal Maitree Train Start In Madhubani) की शुरुआत हो गई. मुख्य उद्धाटन समारोह मधुबनी के जयनगर में हुआ. जिसका उद्धाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से किया. इसके साथ ही मैत्री ट्रेन जयनगर से नेपाल के लिए पटरी पर दौड़ पड़ी. इस मौके पर मौजूद रेलवे के कई अधिकारी और कर्मचारी इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बने.
तीन अप्रैल से यात्रियों के लिए होगा परिचालन :मधुबनी जिला स्थित जयनगर से नेपाल के जनकपुरधाम होते हुए कुर्था तक ट्रेन सेवा की शुरुआत आज से हो गई. इसके बाद रेल कर्मियों और अधिकारियों को लेकर आज ट्रेन कुर्था के लिए रवाना हो गई. तीन अप्रैल से यात्रियों के लिए भी परिचालन शुरू हो जाएगा. इस ट्रेन सेवा से दोनों देशों के यात्रियों को बहुत फायदा मिलेगा. भविष्य में इसे वर्दीवास तक बढ़ाया जायेगा. दरअसल 2014 से ही ये ट्रेन सेवा बंद कर दी गई थी. जिससे मां जानकी के दर्शन के लिए जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था. अब इस सेवा के शुरू होने से लोगों को काफी आसानी होगी.
भारत-नेपाल के बीच दौड़ी 'मैत्री ट्रेन' भारतीय और नेपाली नागरिकों को ही मिलेगी सुविधा : डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि उद्घाटन के बाद ट्रेन रेल कर्मियों और अधिकारियों को लेकर आज ट्रेन कुर्था के लिए रवाना हो गई. यह ट्रेन सेवा बहाल होने से दोनों देश के लोगों में काफी खुशी है. जब ये रेल सेवा बंद थी, तब लोग सड़क मार्ग से ही सफर करते थे. कैटरीन सुविधा भी बहाल होने से लोगों को आवागमन में काफी सहायता मिलेगी. इस ट्रेन सेवा की सुविधा सिर्फ भारतीय और नेपाली नागरिकों को मिलेगी. अन्य देश के नागरिक इस ट्रेन में सफर नहीं कर सकेंगे. जिसको लेकर रेलवे बोर्ड ने एसओपी जारी किया है.
भारत-नेपाल के बीच दौड़ी 'मैत्री ट्रेन कई समझौतों पर हस्ताक्षर :बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाल के पीएम शेर बहादुर देउबा ने आज नेपाल में संयुक्त रूप से सीमा पार यात्री ट्रेन सेवाओं, रुपे भुगतान प्रणाली का उद्घाटन किया और कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए. भारत में जयनगर और नेपाल में कुर्था के बीच ट्रेन सेवाओं का उद्घाटन शनिवार को दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधियों के स्तर की बैठक के बाद किया गया. यात्री ट्रेन सेवाओं का निर्माण भारत की अनुदान सहायता के तहत किया गया है.
यात्रा के लिए फोटो पहचान पत्र अनिवार्य :भारत और नेपाल के बीच निर्माणाधीन जयनगर-बिजलपुरा-बर्दीबास रेल परियोजना के प्रथम चरण में जयनगर-जनकपुर/कुर्था रेलखंड जयनगर-बिजलपुरा-बर्दीबास (69.08 किमी) परियोजना है. रेल सेवा प्रारंभ होने की स्थिति में भारत और नेपाल के बीच ट्रेन से यात्रा करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए यात्रा के दौरान निर्धारित पहचान पत्रों में से कोई एक फोटो युक्त पहचान पत्र मूल रूप में रखना अनिवार्य होगा.
यात्रा के लिए ये कागजात दिखाने होंगे: वैध राष्ट्रीय पासपोर्ट. भारत सरकार/ राज्य सरकार/ केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन द्वारा कर्मचारियों के लिए जारी फोटोयुक्त पहचान पत्र. भारतीय चुनाव आयोग द्वारा जारी फोटो पहचान पत्र. नेपाल स्थित भारतीय दूतावास/ भारतीय महावाणिज्य दूतावास द्वारा जारी इमरजेंसी प्रमाण पत्र या परिचय प्रमाण. 65 वर्ष से अधिक और 15 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों के लिए उम्र और पहचान की पुष्टि के लिए फोटोयुक्त पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, सीजीएचएस कार्ड, राशन कार्ड. एक परिवार के मामले में यदि किसी एक वयस्क के पास उपर्युक्त 1 से 3 में वर्णित कोई एक दस्तावेज हो तो अन्य सदस्यों को परिवार से उनके संबंध दर्शाने वाले फोटो युक्त पहचान पत्र (जैसे- सीजीएचएस कार्ड, राशन कार्ड, ड्राईविंग लाइसेंस, स्कूल/ कॉलेज के परिचय पत्र आदि) होने पर यात्रा की अनुमति दी जा सकती है.
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