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90वीं इंटरपोल महासभा : पीएम मोदी ने आतंकवाद, भ्रष्टाचार, मादक पदार्थों की तस्करी को वैश्विक खतरा बताया

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Published : Oct 18, 2022, 2:08 PM IST

Updated : Oct 18, 2022, 5:01 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 90वीं इंटरपोल महासभा को संबोधित किया (90th Interpol General Assembly). पीएम ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है. पीएम मोदी ने आतंकवाद, भ्रष्टाचार, मादक पदार्थों की तस्करी को वैश्विक खतरा बताया.

90वीं इंटरपोल महासभा
90वीं इंटरपोल महासभा

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आतंकवाद, भ्रष्टाचार, मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध शिकार और संगठित अपराध को मानवता के लिए वैश्विक खतरा बताया और कहा कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए विश्व के एकजुट होने का समय आ गया है.

राजधानी दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में आयोजित 90वीं इंटरपोल महासभा को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि आतंकवाद सिर्फ भौतिक रूप से ही नहीं मौजूद है, बल्कि वह अब साइबर खतरों और ऑनलाइन कट्टरता के माध्यम से अपना दायरा बढ़ा रहा है. उन्होंने कहा, 'एक सुरक्षित दुनिया हमारी साझा जिम्मेदारी है. जब अच्छी ताकतें एक दूसरे का सहयोग करती हैं, तो अपराध की ताकतें काम नहीं कर सकती हैं.'

प्रधानमंत्री ने आतंकवाद, भ्रष्टाचार, मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध शिकार और संगठित अपराध को मानवता के लिए खतरा बताते हुए कहा कि जब खतरे वैश्विक होते हैं, तो प्रतिक्रिया केवल स्थानीय नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों, ड्रग कार्टेल, अवैध शिकार गिरोहों या संगठित अपराधों के लिए कोई सुरक्षित पनाहगाह नहीं हो सकती है.

मोदी ने कहा कि भारत आजादी के 75 वर्ष मना रहा है और ये हमारे लोगों, संस्कृति और उपलब्धि का उत्सव है. ये समय हमें पीछे देखने का है कि हम कहां से आए और आगे देखने का है कि हम कहां तक जाएंगे.

पीएम ने कहा कि इंटरपोल एक ऐतिहासिक मील के पत्थर के करीब पहुंच रहा है. 2023 में यह अपने 100 साल पूरे करेगा. यह दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए सार्वभौमिक सहयोग का आह्वान है. भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है. पीएम ने कहा कि दुनिया भर में पुलिस बल न केवल लोगों की रक्षा कर रहे हैं, बल्कि सामाजिक कल्याण को आगे बढ़ा रहे हैं. भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में बहादुर लोगों को भेजने में शीर्ष योगदानकर्ताओं में से एक है. अपनी आजादी से पहले भी, हमने दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए बलिदान दिया है. भारतीय पुलिस बल 900 से अधिक राष्ट्रीय और 10,000 राज्य कानूनों को लागू करता है.

पीएम ने कहा कि विविधता और लोकतंत्र को कायम रखने में भारत दुनिया के लिए एक केस स्टडी है... पिछले 99 वर्षों में इंटरपोल ने 195 देशों में विश्व स्तर पर पुलिस संगठनों को जोड़ा है. यह कानूनी ढांचे में अंतर के बावजूद है.

डाक टिकट और स्मारक सिक्के जारी :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 90वीं इंटरपोल महासभा (90th Interpol General Assembly) में 100 रुपये मूल्यवर्ग के स्मारक डाक टिकट और स्मारक सिक्के जारी किए.

इंटरपोल की 90वीं महासभा 18 अक्टूबर से लेकर 21 अक्टूबर तक चलेगी. इस बैठक में इंटरपोल के 195 सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडल भाग लें रहे हैं जिनमें मंत्री, विभिन्न देशों के पुलिस प्रमुख, राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के प्रमुख और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हैं. यह महासभा इंटरपोल की सर्वोच्च शासी निकाय है और अपने कामकाज से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए वर्ष में एक बार बैठक करती है.

भारत में इंटरपोल महासभा की बैठक लगभग 25 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है. यह बैठक भारत में आखिरी बार 1997 में हुई थी. भारत की आजादी के 75वें वर्ष के समारोह के साथ 2022 में नई दिल्ली में इंटरपोल महासभा की मेजबानी करने के भारत के प्रस्ताव को महासभा द्वारा भारी बहुमत से स्वीकार किया गया था. यह आयोजन पूरी दुनिया के सामने भारत की विधि एवं व्यवस्था से जुड़ी सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणालियों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है.

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Last Updated : Oct 18, 2022, 5:01 PM IST

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