नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीरामचंद्र मिशन के 75 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में, समाज को मजबूती से आगे बढ़ाने में, 75 वर्ष का ये पड़ाव बहुत अहम है. लक्ष्य के प्रति आपके समर्पण का ही परिणाम है कि आज ये यात्रा 150 से ज्यादा देशों में फैल चुकी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'बसंत पंचमी के इस पावन पर्व पर आज हम गुरु रामचंद्र जी की जन्मजयंती का उत्सव मना रहे हैं. आप सभी को बधाई के साथ ही मैं बाबूजी को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. मैं आपकी अद्भुत यात्रा के साथ ही आपके नए मुख्यालय कान्हा शांतिवन के लिए भी बहुत बधाई देता हूं. मुझे बताया गया कि जहां पर कान्हा शांतिवनम बना है वह पहले बंजर जमीन थी. आपके उद्यम और समर्पण ने इस बंजर जमीन को कान्हा शांतिवनम में परिवर्तित कर दिया है. ये शांतिवनम बाबूजी की सीख का जीता जागता उदाहरण है.'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'आप सभी ने बाबूजी से मिली प्रेरणा को करीब से महसूस किया है. जीवन की सार्थकता प्राप्त करने के लिए उनके प्रयोग, मन की शांति को प्राप्त करने के लिए उनके प्रयास, हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा हैं.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'आज की इस 20-20 वाली दुनिया में गति पर बहुत जोर है. लोगों के पास समय की कमी है. ऐसे में सहज मार्ग के जरिए आप लोगों को स्फूर्त और आध्यात्मिक ढंग से स्वस्थ रखने में बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं. आपके हजारों वालिंटियर्स और ट्रेनर्स पूरे विश्व को योग और ध्यान के कौशल से परिचित करा रहे हैं. ये मानवता की बहुत बड़ी सेवा है.'
मोदी ने कहा कि आपके ट्रेनर्स और वॉलिंटियर्स ने विद्या के असली अर्थ को साकार किया है. हमारे कमलेशजी तो, ध्यान और आध्यात्म की दुनिया में 'दा जी' के नाम से विख्यात हैं. भाई कमलेशजी के बारे में यही कह सकता हूं कि वो पश्चिम और भारत की अच्छाइयों का संगम हैं. आपके आध्यात्मिक नेतृत्व में श्रीराम चंद्र मिशन, पूरी दुनिया और खासकर युवाओं को स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन की तरफ प्रेरित कर रहा है.
'कोरोना से भारत की लड़ाई दुनिया को प्रेरित कर रही'
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विश्व, भागम-भाग वाली जीवनशैली से उपजीं बीमारियों से लेकर महामारी और अवसाद से लेकर आतंकवाद तक की परेशानियों से जूझ रहा है. ऐसी स्थिति में सहजमार्ग, हार्टफुलनेस कार्यक्रम और योग, विश्व के लिए आशा की किरण की तरह हैं.