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विश्व को योग और ध्यान के कौशल से परिचित करा रहा श्रीरामचंद्र मिशन : प्रधानमंत्री - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

श्रीरामचंद्र मिशन के 75 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि लक्ष्य के प्रति आपके समर्पण का ही परिणाम है कि आज ये यात्रा 150 से ज्यादा देशों में फैल चुकी है. पीएम ने कहा कि सहजमार्ग, हार्टफुलनेस कार्यक्रम और योग, विश्व के लिए आशा की किरण की तरह हैं.

श्री राम चंद्र मिशन के मौके पर कार्यक्रम
श्री राम चंद्र मिशन के मौके पर कार्यक्रम

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Published : Feb 16, 2021, 5:12 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 8:17 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीरामचंद्र मिशन के 75 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी. प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में, समाज को मजबूती से आगे बढ़ाने में, 75 वर्ष का ये पड़ाव बहुत अहम है. लक्ष्य के प्रति आपके समर्पण का ही परिणाम है कि आज ये यात्रा 150 से ज्यादा देशों में फैल चुकी है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'बसंत पंचमी के इस पावन पर्व पर आज हम गुरु रामचंद्र जी की जन्मजयंती का उत्सव मना रहे हैं. आप सभी को बधाई के साथ ही मैं बाबूजी को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. मैं आपकी अद्भुत यात्रा के साथ ही आपके नए मुख्यालय कान्हा शांतिवन के लिए भी बहुत बधाई देता हूं. मुझे बताया गया कि जहां पर कान्हा शांतिवनम बना है वह पहले बंजर जमीन थी. आपके उद्यम और समर्पण ने इस बंजर जमीन को कान्हा शांतिवनम में परिवर्तित कर दिया है. ये शांतिवनम बाबूजी की सीख का जीता जागता उदाहरण है.'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'आप सभी ने बाबूजी से मिली प्रेरणा को करीब से महसूस किया है. जीवन की सार्थकता प्राप्त करने के लिए उनके प्रयोग, मन की शांति को प्राप्त करने के लिए उनके प्रयास, हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा हैं.'

प्रधानमंत्री ने कहा कि 'आज की इस 20-20 वाली दुनिया में गति पर बहुत जोर है. लोगों के पास समय की कमी है. ऐसे में सहज मार्ग के जरिए आप लोगों को स्फूर्त और आध्यात्मिक ढंग से स्वस्थ रखने में बहुत बड़ा योगदान दे रहे हैं. आपके हजारों वालिंटियर्स और ट्रेनर्स पूरे विश्व को योग और ध्यान के कौशल से परिचित करा रहे हैं. ये मानवता की बहुत बड़ी सेवा है.'

मोदी ने कहा कि आपके ट्रेनर्स और वॉलिंटियर्स ने विद्या के असली अर्थ को साकार किया है. हमारे कमलेशजी तो, ध्यान और आध्यात्म की दुनिया में 'दा जी' के नाम से विख्यात हैं. भाई कमलेशजी के बारे में यही कह सकता हूं कि वो पश्चिम और भारत की अच्छाइयों का संगम हैं. आपके आध्यात्मिक नेतृत्व में श्रीराम चंद्र मिशन, पूरी दुनिया और खासकर युवाओं को स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन की तरफ प्रेरित कर रहा है.

'कोरोना से भारत की लड़ाई दुनिया को प्रेरित कर रही'

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विश्व, भागम-भाग वाली जीवनशैली से उपजीं बीमारियों से लेकर महामारी और अवसाद से लेकर आतंकवाद तक की परेशानियों से जूझ रहा है. ऐसी स्थिति में सहजमार्ग, हार्टफुलनेस कार्यक्रम और योग, विश्व के लिए आशा की किरण की तरह हैं.

मोदी ने कहा, हाल के दिनों में आम जिंदगी की छोटी छोटी सतर्कता से कैसे बड़े संकटों से पार पाया जाता है इसका उदाहरण पूरी दुनिया ने देखा है. हम सभी इस बात के भी साक्षी हैं कि कैसे 130 करोड़ भारतीयों की सतर्कता कोरोना की लड़ाई में दुनिया के लिए मिसाल बन गई. इस लड़ाई में हमारे घरों में सिखाई गई बातें, आदतें और योग-आयुर्वेद ने भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई हैं. इस महामारी की शुरुआत भारत की स्थिति को लेकर पूरी दुनिया चिंतित थी. लेकिन आज कोरोना से भारत की लड़ाई दुनिया भर को प्रेरित कर रही है.

श्रीमद्भागवद् गीता का दिया उदाहरण

प्रधानमंत्री ने कहा कि पोस्ट-कोरोना-वर्ल्ड में अब योग और ध्यान को लेकर पूरी दुनिया में गंभीरता और बढ़ रही है. श्रीमद्भागवद् गीता के में लिखा है- सिद्ध्य सिद्ध्योः समो भूत्वा समत्वं योग उच्यते ॥ यानि, सिद्धि और असिद्धि में समभाव होकर योग में रमते हुए सिर्फ कर्म करो. यह समभाव ही योग कहलाता है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि 'योग के साथ ध्यान की भी आज के विश्व को बहुत अधिक आवश्यकता है. दुनिया के कई बड़े संस्थान ये दावा कर चुके हैं कि अवसाद-डिप्रेशन मानव जीवन की कितनी बड़ी चुनौती बनता जा रहा है. ऐसे में मुझे विश्वास है कि आप अपने हार्टफुलनेस कार्यक्रम से योग और ध्यान के जरिए इस समस्या से निपटने में मानवता की मदद करेंगे.'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ' हमारे वेदों में कहा गया है- यथा दयोश् च, पृथिवी च, न बिभीतो, न रिष्यतः. एवा मे प्राण मा विभेः.. यानी जिस प्रकार आकाश एवं पृथ्वी न भयग्रस्त होते हैं और न इनका नाश होता है, उसी प्रकार हे मेरे प्राण! तुम भी भयमुक्त रहो. भयमुक्त वही हो सकता है जो स्वतंत्र हो. मुझे पूर्ण विश्वास है कि सहजमार्ग पर चल कर आप लोगों को शारीरिक और मानसिक रूप से भयमुक्त बनाते रहेंगे.

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प्रधानमंत्री ने कहा रोगों से मुक्त नागरिक, मानसिक रूप से सशक्त नागरिक, भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे. इस साल हम अपनी स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष में भी प्रवेश कर रहे हैं. आपके प्रयास, देश को आगे बढ़ाएं, इन्हीं कामनाओं के साथ एक बार फिर आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएं.

Last Updated : Feb 16, 2021, 8:17 PM IST

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