नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी में 'मिट्टी बचाओ आंदोलन' से जुड़े एक कार्यक्रम को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे संतोष है कि देश में पिछले 8 साल से जो योजनाएं चल रही हैं, सभी में किसी न किसी रूप से पर्यावरण संरक्षण का आग्रह है. पर्यावरण रक्षा के भारत के प्रयास बहुआयामी रहे हैं. भारत ये प्रयास तब कर रहा है जब जलवायु परिवर्तन में भारत की भूमिका न के बराबर है.
इन पांच बातों पर करना होगा फोकस
उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सद्गुरु और ईशा फाउंडेशन आज बधाई के पात्र हैं, मार्च में इनकी संस्था ने मिट्टी बचाओ आंदोलन की शुरुआत की थी और 27 देशों से होते हुए उनकी यात्रा 75वें दिन यहां पहुंची. पीएम मोदी ने कहा कि मिट्टी को बचाने के लिए हमने पांच प्रमुख बातों पर फोकस किया है पहला- मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाएं. दूसरा- मिट्टी में जो जीव रहते हैं उन्हें कैसे बचाएं. तीसरा- मिट्टी की नमी को कैसे बनाए रखें, उस तक जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाएं. चौथा- भूजल कम होने की वजह से मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है, उसे कैसे दूर करें और पांचवा, वनों का दायरा कम होने से मिट्टी का जो लगातार क्षरण हो रहा है, उसे कैसे रोकें.
पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को किया हासिल
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ने तय समय से पहले पेट्रोल में 10 फीसदी इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य को हासिल कर लिया है. 'मिट्टी बचाओ अभियान' का मुख्य उद्देश्य उपजाऊ मिट्टी को बचाना है और इसके प्रति लोगों को जागरूक करना है. यह एक वैश्विक आंदोलन है. ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु ने मार्च 2022 में इस आंदोलन की शुरूआत की थी. इस आंदोलन के तहत उन्होंने 100 दिन की यात्रा शुरू की और 27 देशों से गुजरे. 5 जून को 100 दिन की यात्रा का 75वां दिन था.