केवडिया (गुजरात): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बृहस्पतिवार को 'मिशन लाइफ' की शुरुआत करते हुए कहा कि 'यह इस ग्रह की, ग्रह के लिए और ग्रह द्वारा तैयार जीवनशैली है.' उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन को सरकारी नीति का विषय बनाया गया है, लेकिन नीति निर्माण से परे जाने की जरूरत है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 'मिशन लाइफ' जलवायु परिवर्तन के असर से धरती को बचाने के लिए शुरू किया गया वैश्विक आंदोलन है.
वहीं, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि कुछ हफ्तों में विश्व नेता सीओपी-27 की बैठक के लिए मिस्र में एकत्रित होंगे, जो पेरिस जलवायु संधि के सभी पहलुओं पर कार्रवाई के लिए दोबारा भरोसा जताने के लिए अहम राजनीतिक अवसर होगा.
उन्होंने कहा कि अत्याधिक उपभोग के कारण पृथ्वी के लिए जलवायु आपात, जैव विविधता क्षति और प्रदूषण में तीन गुना वृद्धि हुई है. इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनिया गुटेरेस (United Nations Secretary General Antonia Guterres) भी मौजूद रहे. आज का दिन गुजरात के लिए खास रहने वाला है क्योंकि पीएम मोदी यहां जलवायु परिवर्तन रोकने की दिशा में मजबूत कदम उठाने जा रहे हैं.
पीएम मोदी का कार्यक्रम
पीएम मोदी 12 बजे केवड़िया में मिशन प्रमुखों के 10वें सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जिसमें 120 देशों के राजदूत मौजूद रहेंगे. इसके बाद 3 बजकर 45 मिनट पर तापी जिले के व्यारा जाएंगे, जहां वह 1970 करोड़ के विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे.
क्या है मिशन लाइफ
मिशन लाइफ (Mission Life) के शुभारंभ के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनिया गुटेरेस मौजूद रहेंगे. जलवायु परिवर्तन को लेकर नवंबर 2021 में ग्लासगो में COP26 शिखर सम्मलेन हुआ था. COP26 शिखर सम्मलेन के दौरान पीएम मोदी ने मिशन लाइफ को लॉन्च किया था. इसमें लाइफ का मतलब है लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट. इस मिशन का मकसद है व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर मैक्रो उपायों और कार्यों को लागू करके जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का मुकाबला करना.