नई दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (शनिवार) राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर पर 'स्वामित्व योजना' के तहत ई-संपत्ति कार्डों के वितरण का शुभारंभ किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, पंचायती राज दिवस का ये दिन ग्रामीण भारत के नवनिर्माण के संकल्पों को दोहराने का एक महत्वपूर्ण अवसर होता है.ये दिन हमारी ग्राम पंचायतों के योगदान और उनके असाधारण कामों को देखने, समझने और उनकी सराहना करने का भी दिन है.
उन्होंने आगे कहा, एक साल पहले जब हम पंचायती राज दिवस के लिए मिले थे, तब पूरा देश कोरोना से मुकाबला कर रहा था. तब मैंने आप सभी से आग्रह किया था कि आप कोरोना को गांव में पहुंचने से रोकने में अपनी भूमिका निभाएं. आप सभी ने बड़ी कुशलता से, ना सिर्फ कोरोना को गांवों में पहुंचने से रोका, बल्कि गांव में जागरूकता पहुंचाने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाई. इस वर्ष भी हमारे सामने चुनौती गांवों तक इस संक्रमण को पहुंचने से रोकने की है.
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'समय-समय पर गाइडलाइंस जारी'
प्रधानमंत्री ने कहा, जो भी गाइडलाइंस समय-समय पर जारी होती हैं, उनका पूरा पालन गांव में हो, हमें ये सुनिश्चित करना होगा. इस बार तो हमारे पास वैक्सीन का एक सुरक्षा कवच है, इसलिए हमें सारी सावधानियों का पालन भी करना है और ये भी सुनिश्चित करना है कि गांव के हर एक व्यक्ति को वैक्सीन की दोनों डोज़ लगे.
'कोई भी परिवार भूखा ना सोए'
उन्होंने कहा, इस मुश्किल समय में कोई भी परिवार भूखा ना सोए, ये भी हमारी जिम्मेदारी है.कल ही भारत सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त राशन देने की योजना को फिर से आगे बढ़ाया है. मई और जून के महीने में देश के हर गरीब को मुफ्त राशन मिलेगा.
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'गांवों ने किया देश की प्रगति और संस्कृति का नेतृत्व'
पीएम मोदी ने कहा, हमारे देश की प्रगति और संस्कृति का नेतृत्व हमेशा हमारे गांवों ने ही किया है इसीलिए, आज देश अपनी हर नीति और हर प्रयास के केंद्र में गांवों को रखकर आगे बढ़ रहा है. हमारा प्रयास है कि आधुनिक भारत के गाँव समर्थ हों, आत्मनिर्भर हों.
पंचायती राज दिवस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, पंचायती राज दिवस का ये दिन ग्रामीण भारत के नवनिर्माण के संकल्पों को दोहराने का एक महत्वपूर्ण अवसर होता है. ये दिन हमारी ग्राम पंचायतों के योगदान और उनके असाधारण कामों को देखने, समझने और उनकी सराहना करने का भी दिन है. इस संक्रमण को गांवों तक किसी भी हालत में नहीं पहुंचने देना है. पिछले साल देश के गांवों ने जो नेतृत्व दिखाया, वो ही काम इस बार भी आप चुस्ती और अनुशासन के साथ करेंगे.
'प्राॅपर्टी कार्ड का एक फाॅर्मट बनाएं'
पीएम मोदी ने कहा, मेरा राज्यों को सुझाव है कि गांव के घरों के कागज बनने के बाद अगर कोई व्यक्ति बैंक लोन चाहता है तो ये सुनिश्चित किया जाए कि उसे बैंकों में अड़चन न आए. मैं बैंकों से भी अपील करूंगा कि वो प्राॅपर्टी कार्ड का एक फाॅर्मट बनाएं जो बैकों में लोन के लिए स्वीकार्य हो.
'गांव के विकास के लक्ष्य तय'
उन्होंने आगे कहा, इस वर्ष हम आज़ादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने वाले हैं. हमारे सामने चुनौतियां ज़रूर हैं, लेकिन विकास का पहिया हमें तेज़ गति से आगे बढ़ाते रहना है. आप भी अपने गांव के विकास के लक्ष्य तय करें और तय समयसीमा में उन्हें पूरा करें.
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के मुताबिक, केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की उपस्थिति में चार लाख से अधिक संपत्ति मालिकों को उनके ई-संपत्ति कार्ड दिए जाएंगे.