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छत्तीसगढ़ के रायपुर का चोपड़ा परिवार, हर सदस्य है खिलाड़ी

दुनिया भर में 7 मई विश्व एथलेटिक्स दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस मौके पर हम आपको ऐसे परिवार से मिलवाने जा रहे हैं, जिनके घर का हर सदस्य स्पोर्ट्स से जुड़ा है.

Every member of the Chopra family of Raipur is a player
रायपुर के चोपड़ा परिवार का हर सदस्य खिलाड़ी

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Published : May 7, 2022, 5:37 PM IST

रायपुर :रायपुर के सदर बाजार निवासी चोपड़ा परिवार के घर का हर एक सदस्य स्पोर्ट्स से (players family in raipur) जुड़ा है. आज उनके घर के बच्चे भी कई स्पोर्ट्स में भाग ले रहे है. 65 वर्षीय मुकेश चोपड़ा सोना-चांदी के व्यापारी होने के साथ-साथ एक वेटरन खिलाड़ी रह चुके हैं. वर्तमान में भी वे टेनिस खेलते हैं.

रायपुर के चोपड़ा परिवार का हर सदस्य खिलाड़ी

रायपुर में खिलाड़ियों का परिवार:मुकेश चोपड़ा ने बताया कि उनके घर में पत्नी संध्या चोपड़ा भी खेल से (Chopra family of Raipur) जुड़ी हैं. वो बैडमिंटन खेला करती थीं. अभी योगा जैसी एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करती हैं. घर में बेटे-बहू के अलावा उनके 2 पोते भी स्पोर्ट्स से जुड़े हैं. मुकेश चोपड़ा के बेटे अंकित चोपड़ा लॉन टेनिस में नेशनल खेल चुके है. अंकित ने चेन्नई, इंदौर और अहमदाबाद में परफॉर्म किया है. अंकित की पत्नी इशिका ने एरोबिक्स और योगा कॉम्पिटिशन में छतीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया है.

रायपुर के चोपड़ा परिवार का हर सदस्य खिलाड़ी


दोनों पोते हैं नेशनल खिलाड़ी :चोपड़ा फैमिली में 14 वर्षीय अंश चोपड़ा ने स्विमिंग के साथ- साथ लॉन टेनिस में स्टेट चैंपियनशिप में हिस्सा लिया है. 10 वर्षीय अक्ष चोपड़ा ने चेस और लॉन टेनिस में नेशनल कॉम्पिटिशन में हिस्सा लिया है. अक्ष चोपड़ा 4 साल की उम्र से शतरंज खेल रहे हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स में अंडर 7 में चेस प्रतियोगिता में हिस्सा ले चुके हैं. अक्ष ने जम्मू में हुई चेस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया है.

रायपुर के चोपड़ा परिवार का हर सदस्य खिलाड़ी


1972 में बनाया गोल्डी क्लब : मुकेश चोपड़ा को परिवार और खेल से इस कदर लगाव है कि बचपन से ही खेल के लिए दीवानगी रही है. उन्होंने 15 अगस्त 1972 को शहर का पुराना गोल्डी क्लब का गठन (Goldie Club of Raipur City) किया था. चोपड़ा ने बताया कि ''शुरुआती दिनों में प्रातःकालीन भ्रमण , खेलकूद और दौड़ संघ के नाम से यह क्लब चलाया जाता था. जिसे बाद में गोल्डी क्लब नाम दिया गया. उस दौरान शहर के अलग-अलग इलाकों से लोग खेल खेलने आया करते थे. जिसमें क्लब कई प्रतियोगिताएं आयोजित करता था. इस साल 15 अगस्त को क्लब को 50 साल पूरे होने जा रहे हैं. इस दौरान गोल्डन जुबली के मौके पर बड़ा खेल आयोजन किया जाएगा.''

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