अलवर :दिल्ली से अजमेर तक अब विद्युत से चलने वाली ट्रेनों का संचालन होगा. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को ढिगावडा व बांदीकुई विद्युतीकरण ट्रैक का उद्घाटन किया. ट्रैक उद्घाटन के लिए वह अलवर के ढिगावडा स्टेशन पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल देश की संपत्ति है और इसका निजीकरण एक दुष्प्रचार है. पीपीपी मॉडल पर अगर कुछ उद्योगपति ट्रेनें चलाना चाहते हैं तो उनका रेलवे स्वागत करती है. उन्होंने कहा कि 2022 में 15 अगस्त से पहले डीएमआईसी (दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरीडोर) का काम पूरा हो जाएगा.
इस दौरान पीयूष गोयल ने कहा कि 9 माह बाद पहली बार किसी कार्यक्रम में जाने का मौका मिला है. यह कार्यक्रम जरूर छोटा है, लेकिन मोदी सरकार में भारतीय रेल लगातार उन्नति पर बढ़ रही है. सभी के सहयोग से काम को गति मिलती है. मोदी सरकार के कार्यकाल में रेलवे ने नई उपलब्धि हासिल की है. इससे प्रदूषण में कमी आएगी व ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी.
बांदीकुई विद्युतीकरण रेलवे लाइन का उद्घाटन
स्पेशल ट्रेन से रेल मंत्री सुबह 11.20 बजे पर अलवर के ढिगावडा स्टेशन पर पहुंचे. रेलवे के अधिकारी व भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया. अलवर के ढिगावडा से बांदीकुई विद्युतीकरण रेलवे लाइन का उद्घाटन करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि राजस्थान में 2014 के पहले कोटा लाइन का विद्युतीकरण कार्य किया गया.
35 साल तक इस लाइन पर कोई काम नहीं हुआ, रेलवे को चिंता नहीं थी. राजस्थान में रेलवे का विकास पूरी तरह से ठप था. 2009 से 2014 तक विद्युतीकरण के क्षेत्र में भी जीरो फीसदी काम हुआ है.
उसके बाद 682 करोड़ रुपये का निवेश 2009 से 2014 के बीच रहा, जबकि 2014 से 2020 तक हर वर्ष 28 हजार करोड़ का निवेश रेलवे की तरफ से किया जाने लगा. 2014 से पहले 65 अंडर पास बनाए गए, जबकि 2014 के बाद 378 अंडरपास बनाए गए, 4 फुट ओवर ब्रिज 2014 से पहले बने, लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान 30 रोड ओवरब्रिज बनाए गए. 74 प्रतिशत नई लाइनों का काम हुआ. डबलिंग का काम भी दोगुना किया गया. 950 किलोमीटर नई लाइन डाली जाएगी. गेज कन्वर्जन पर 4000 करोड़ का निवेश होगा.