देहरादून:विश्व प्रसिद्ध उत्तराखंड चारधाम यात्रा का आगाज 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन से हो जाएगा. इसको लेकर आज ऋषिकेश से यात्रियों का पहला जत्था रवाना किया गया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में यात्रा वाहनों को हरी झंडी दिखाई गई. जो आज भक्त ऋषिकेश से निकले हैं, वह कल गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन कर पाएंगे. वहीं, 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम और 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे.
अक्षय तृतीया पर चारधाम यात्रा का आगाज: कल (22 अप्रैल) अक्षय तृतीया पर गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे. जिसके साथ ही चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो जाएगा. इस बार चारधाम यात्रा पर रिकॉर्ड भक्तों की आने की उम्मीद है. क्योंकि अब तक 16 लाख से अधिक यात्रियों ने चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराएं हैं. जो आने दिनों में और बढ़ती जाएगी. हालांकि, अभी चारों धामों में रास्ते से लेकर मंदिर परिसर में बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है. केदारनाथ धाम तो मानो चांदी की तरह चमक रहा है.
मौसम करेगा चारधाम यात्रियों का स्वागत: इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को मौसम दिल खोलकर स्वागत करने के लिए तैयार है. उत्तराखंड में बीते 3 दिनों से लगातार तेज हवाएं और पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ-साथ बारिश लगातार जारी है. रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी से केदारनाथ, बदरीनाथ के साथ-साथ यमुनोत्री और गंगोत्री में भी मौसम काफी ठंडा है. कल गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे. मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम का यही हाल रहेगा. रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जिले में तापमान काफी नीचे आएगा. ऐसे में श्रद्धालु चारों धाम के दर्शन के साथ-साथ बर्फबारी का भी आनंद लेने सकेंगे.
सफेद चादर में लिपटी केदारपुरी: इस समय केदारनाथ धाम में बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई. प्रशासन और मजदूर रास्ते से बर्फ हटाने में जुटे हैं, लेकिन दोबारा 2 दिनों से हो बर्फबारी से जगह-जगह मार्ग फिर से बंद हो गया है. जो भी श्रद्धालु 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम पहुंचेंगे, वो देखेंगे कि केदारघाटी और मंदिर के आसपास की चोटियों सहित भैरव मंदिर परिसर क्षेत्र में करीब 2 से 3 फीट बर्फ जमी हुई है. केदारनाथ धाम बर्फबारी के बीच बेहद खूबसूरत दिखाई दे रहा है. कल बाबा केदारनाथ मंदिर को सजाने के लिए कई क्विंटल फूल पहुंचेंगे. इस बार मंदिर समिति ने पूजा पाठ के लिए अलग से गाइडलाइन और लिस्ट जारी की है.
बदरीनाथ में बिछी सफेद चादर: इसी तरह से बदरीनाथ धाम में भी लगातार हुई बर्फबारी से सफेद चादर बिछी हुई है. भारी बर्फबारी की वजह से 1 हफ्ते तक उसे हटाया नहीं जा सकता. जिला प्रशासन लगातार रास्ते और मंदिर परिसर से बर्फ को हटाने का काम तेजी से कर रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि कल (22 अप्रैल) दिन के बाद एक बार फिर से बारिश और बर्फबारी दोनों ही धामों में देखने के लिए मिले. इसलिए मौसम विभाग ने श्रद्धालुओं से अपने साथ ऊनी कपड़े और जरुरत के सामान लाने की अपील की है. ताकि यात्रियों को कोई परेशानी न हो.
चारधाम यात्री उठाएंगे बर्फबारी का लुत्फ: इस बार चारधाम यात्रा आने वाले यात्रियों को बर्फबारी का पूरा आनंद मिलेगा. इसके अलावा भी आप प्रकृति के सौंदर्य को देखने के शौकीन हैं तो उत्तराखंड के कई पहाड़ी क्षेत्रों का रुख कर सकते हैं. नर नारायण मंदिर, माणा, चोपता और हर्षिल जैसी जगहों पर भी आप बर्फबारी का आनंद ले पाएंगे. इसके साथ ही कुमाऊं के भी कई क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिलेगी. ऐसे में शुरुआती दौर में चारधाम आने वाले भक्तों को प्रकृति का खूबसूरत नजारा देखने को मिलेगा.
भारी बर्फबारी बढ़ा रही मुश्किलें: वहीं, एक ओर जहां बर्फबारी देख श्रद्धालु और पर्यटक रोमांचित होते हैं. वहीं, भारी बर्फबारी की वजह से चारधाम यात्रा के दौरान मुश्किलें भी खड़ी करता है. चारधाम यात्रा मार्ग को खोलने में मजदूर और प्रशासनिक अमला को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लगातार बर्फबारी की वजह से केदारनाथ धाम का रास्ता जगह-जगह बाधित हो रहा है. बीते बुधवार 20 अप्रैल को केदारनाथ धाम में हिमस्खलन होने की वजह से रास्ता बंद हो गया, जिसे खोलने का काम जारी है. अभी भी रास्ते में पहाड़ों पर जमी बर्फ तेज धूप की वजह से धीरे-धीरे नीचे की तरफ आ रहे हैं. ऐसी जगहों पर फोर्स और कर्मचारियों को तैनात किया जा रहा है. ताकि किसी तरह की कोई दुर्घटना ना हो.