चमोलीः उत्तराखंड के चमोली जिले में सतोपंथ एक खूबसूरत जगह है. सतोपंथ भारत के प्रथम गांव माणा से करीब 22 किलोमीटर पैदल दूरी पर स्थित है. इनदिनों यहां बर्फ जमी है, लेकिन बावजूद काफी संख्या में ट्रेकर और यात्री बदरीनाथ धाम के दर्शन के बाद सतोपंथ का भी ट्रेक कर रहे हैं.
उत्तराखंड में इन दिनों चारधाम यात्रा चरम पर है. अकेले बदरीनाथ धाम में ही अब तक 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर पुण्य कमा चुके हैं. आध्यात्मिक तीर्थ यात्री बदरीनाथ धाम के साथ सत्य पथ यानी सतोपंथ सरोवर की यात्रा पर भी जाने लगे हैं. जहां पर रास्ते में बडे़-बडे़ हिमखंड के साथ 6 फीट तक बर्फ जमी है. साथ ही ग्लेशियरों पर हिमस्खलन का भी खतरा बना हुआ है, लेकिन कई ट्रेकर सतोपंथ का ट्रेक कर रहे हैं.
वहीं, ट्रेकरों को सतोपंथ ट्रेक पर बदलते मौसम के कारण नीलकंठ पर्वत पर हिमस्खलन का नजारा भी देखने को मिल रहा है. जोशीमठ के पर्यटन कारोबारी दिनेश सिंह एक एनआरआई दल के साथ इस सीजन की पहली सतोपंथ ताल यात्रा को निकले थे. जो बदरीनाथ धाम से 30 किलोमीटर आगे 14 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद है.
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