कटिहार:पीएफआई से जुड़े मामले को लेकर एक बार फिर बिहार के कटिहार मेंएनआईए का छापा पड़ा है. एनआईए की टीम सुबह से ही मुज्जफर टोला वंशी नगर में छापेमारी कर रही है. एनआईए की टीम यहां पीएफआई से जुड़े आरोपी महबूब आलम की तालाश में पहुंची है.
ये भी पढ़ेंःPhulwari Sharif Terror Module: 40 युवाओं को NIA का नोटिस, पूछताछ के लिए बुलाया
महबूब आलम के गांव में एनआईए की टीम:मिली जानकारी के मुताबिक पीएफआई से जुड़े महबूब आलम के गांव में एनआईए की टीम पहुंची है. जहां पीएफआई लीडर महबूब आलम की तलाश में तीन थाना की पुलिस टीम शामिल है. हसनगंज थाना क्षेत्र के मुज्जफर टोला वंशी नगर में ये छापेमारी चल रही है. एनआईए के अधिकारियों ने महबूब आलम के छिपे होने के ठिकानों पर पहुंचकर घर का दरवाजा खुलवाया और फिर घर के लोगों से पूछताछ शुरू की.
चौथी बार एनआईए टीम का सर्च अभियानः आपको बता दें कि यहां चौथी बार एनआईए टीम का सर्च अभियान चल रहा है. ये छापेमारी फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल को लेकर हो रही है, जिसमें आरोपी महबूब आलम अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. जबकि इस मामले में कई अन्य आरोपी जेल में बंद हैं. कटिहार एसडीपीओ ओमप्रकाश ने बताया कि यह कार्रवाई एनआईए के द्वारा की गयी है. इसलिये तत्काल इस पर कुछ बताना जल्दबाजी होगी , वरीय अधिकारियों से निर्देश मिलने पर जानकारी शेयर की जाएगी.
"फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल को लेकर आज ये कार्रवाई एनआईए के द्वारा की गयी है. तत्काल इस पर कुछ बताना जल्दबाजी होगी, वरीय अधिकारियों से निर्देश मिलने पर जानकारी शेयर की जाएगी"-ओमप्रकाश, एसडीपीओ
आतंकी साजिश का हुआ था खुलासा:दरअसल, पटना में फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल की भनक पुलिस को तब लगी जब 12 जुलाई 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरे होना था. इससे पहले 11 जुलाई को फुलवारीशरीफ में संदिग्ध अतहर परवेज और जलालुद्दीन को पकड़ा गया. ये लोग प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर बड़ी साजिश का षड्यंत्र रच रहे थे. FIR में दर्ज बयान के आधार पर बताया गया कि बहुत से लोग पीएम के आगमन को लेकर बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जुटे हैं. दोनों की साजिश के तार काफी गहरे दिख रहे थे. जब इस मामले की जांच आगे बढ़ी तो बिहार में एक बड़े आतंकी साजिश का खुलासा हुआ. अब एनआईए एक-एक कर सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.