नई दिल्ली: अफगानिस्तान में मारे गये फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी (Late photojournalist Danish Siddiqui) के माता-पिता, मानवता के विरूद्ध युद्ध के लिए तालिबान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (International Criminal Court) का रुख करेंगे. दानिश सिद्दीकी (38) अफगान बलों व तालिबान के बीच जारी संघर्ष की कवरेज के सिलसिले में अफगानिस्तान में थे, जब पिछले साल जुलाई में उनकी हत्या कर दी गई थी.
पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले सिद्दीकी, अफगानिस्तान के कंधार शहर के स्पिन बोल्दाक में अफगान सैनिकों और तालिबान के बीच हो रही लड़ाई की कवरेज कर रहे थे, जब उनकी हत्या की गई. परिवार ने एक बयान में कहा कि दानिश सिद्दीकी के माता-पिता अख्तर सिद्दीकी और शाहिदा अख्तर, उसकी हत्या की जांच, तालिबान के शीर्ष कमांडरों और नेताओं समेत उसकी हत्या के लिये जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करेंगे. बयान में हालांकि यह नहीं बताया गया कि किस तरह की कानूनी कार्रवाई की मांग की जाएगी, लेकिन यह समझा जा रहा है कि सिद्दीकी का परिवार तालिबान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत का रुख करेगा.
वकील ने क्या कहा
सिसेरो चेम्बर्स के वकील अवि सिंह ने दानिश सिद्दीकी की यातना और हत्या में शामिल व्यक्तियों के नाम सहित शिकायत के बारे में जानकारी दी है. दानिश की मौत को बेहद दुखद बताते हुए अवि सिंह ने कहा कि, यह जानते हुए भी, कि वह भारतीय पत्रकार हैं, इस अपराध को करने वाले तालिबान के खिलाफ दानिश के माता-पिता के कहने पर वे आवाज उठाएंगे. अवि सिंह ने यह भी कहा कि जब तालिबान ने हमला किया तो वे युद्ध कवर करते हुए स्पिन बोल्दाक क्षेत्र में थे. इस दौरान वे घायल हो गये थे और उन्हें पास की एक मस्जिद में ले जाया गया. जहां उनका इलाज अफगान राष्ट्रीय बलों द्वारा किया जा रहा था. फिर वहां भी तालिबान कमांडरों ने हमला किया और उनके शरीर को क्षत-विक्षत कर दिया गया. स्वतंत्र सूत्रों के अनुसार उन्हें प्रताड़ित भी किया गया था.
इनके खिलाफ शिकायत
वकील के अनुसार इंटरनेशनल क्रीमिनल कोर्ट में की जाने वाली शिकायत में अब्दुल गनी बरादर (दोहा वार्ता का नेतृत्व करने वाले मुख्य प्रवक्ता), तालिबान के सर्वोच्च कमांडर मुल्ला हिबतुल्ला अखुंदजादा, मावलवी मुहम्मद याकूब मुजाहिद (कार्यवाहक रक्षा मंत्री), गुल आगा शेरजई (कंधार प्रांत के राज्यपाल), मोहम्मद हसन अखुंद (तालिबान परिषद के प्रमुख), जबीउल्लाह मुजाहिद (आधिकारिक प्रवक्ता) सहित 7 लोगों के नामों का उल्लेख किया गया है. दावा किया गया है कि तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया. सिद्दीकी, अफगान बलों के साथ प्रेस की वजह जुड़े हुए थे. परिवार के वकील अवि सिंह ने कहा कि जब मृत शरीर उनके परिवार को लौटाया गया तो बुलेट प्रूफ जैकेट बरकरार था. वकील ने कहा कि यह कोई अकेला मामला नहीं है और नागरिकों को निशाना बनाने का तालिबानियों का इतिहास रहा है.