नई दिल्ली/पटना: बिहार सरकार की नई शिक्षक नियमावली के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के विरोध मार्च के दौरान जहानाबाद के एक बीजेपी नेता की मौत की सीबीआई जांच या शीर्ष अदालत के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की मांग को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है.
Patna Lathi Charge : पटना लाठीचार्ज के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर, DGP और CS पर केस दर्ज करने की मांग
पटना लाठीचार्ज पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. इस याचिका में बिहार के डीजीपी, बिहार के मुख्य सचिव पर केस दर्ज करने की मांग की गई है. यही नहीं तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार को भी पक्षकार बनाया गया है.
DGP, CS पर केस दर्ज करने की याचिका: याचिका में बिहार डीजीपी और बिहार के चीफ सेकेट्री के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की गई है साथ ही सीएम और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी याचिका में पक्षकार बनाया गया है. याचिका वरुण कुनमार सिन्हा की तरफ से दायर की गई है. इस याचिका में डिमांड की गई है कि पटना लाठीचार्ज की जांच देश की शीर्ष जांच एजेंसी सीबीआई या फिर सेवा निवृत्त न्यायाधीश की देखरेख में SIT गठित कर की जाए.
पटना में हुआ था बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज: बता दें कि 13 जुलाई को पटना के कंकड़बाग में बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया. इस मामले में बीजेपी ने पुलिस पर नीतीश के इशारे पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. नड्डा द्वारा भेजी गई जांच टीम ने भी यहां पर नीतीश सरकार से न्यायिक जांच की मांग की है.
हत्या की साजिश रचने का आरोप : बीजेपी का आरोप है कि बीजेपी नेताओं की हत्या की साजिश सरकार द्वारा रची गई थी. इस मामले में रघुवर दास ने आरोप लगाया कि लाठीचार्ज राज्य प्रायोजित था. 1000 से ज्यादा बीजेपी नेताओं के सिर पर लाठी मारी गई. लाठीचार्ज में पुलिस ने नियमों की अनदेखी भी की. जिन कार्यकर्ताओं को चोटें आईं हैं उनके ऊपर कमर से ऊपर मारा गया.