नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत (Rashtriya Swayamsevak Sangh chief Mohan Bhagwat ) ने कहा कि पिछले 75 वर्षों में हमें जितना आगे बढ़ना चाहिए था, हम उतना नहीं बढ़े. नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि हमारे पास ताकत तो है, लेकिन इसके लिए कर्म भी करना चाहिए. मोहन भागवत ने कहा कि देश को आगे ले जाने के रास्ते पर चलेंगे, तभी तो आगे बढ़ेंगे. हम उस रास्ते पर नहीं चले इसलिए आगे नहीं बढ़ पाए.
राष्ट्रीय सेवा भारती के सहयोग से नई दिल्ली में संत ईश्वर फाउंडेशन द्वारा आयोजित संत ईश्वर सम्मान-2021 समारोह (Sant Ishwar Samman at Vigyan Bhawan) में बोलते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने चींटी का उदाहरण देते हुए कहा कि चींटी का भी मागइग्रेशन होता है, ये भी एक गांव से दूसरे गांव चले जाते हैं. उन्होने कहा कि हमारे पास ताकत और क्षमता तो है, लेकिन इसके लिए कर्म भी करना चाहिए.
इस कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि दुनिया के सभी देशों में मिलाकर जितने महापुरुष हुए होंगे, उससे कहीं अधिक भारत में हुए हैं. उन्होने कहा कि जय श्रीराम (Jai Shri Ram ) का नारा तो सभी लगाते हैं, लेकिन उनके जैसा कर्म भी करना चाहिए. भरत की तरह भाई को प्रेम करने वाला भाई भी होना चाहिए, लेकिन हम ऐसा नहीं करते हैं. परिवार के महत्व के बारे में बोलते हुए भागवत ने कहा कि अगर परिवार का आचरण ठीक से रखा जाए, तो देश की पीढ़ी भटक नहीं सकती है.