लखनऊ:उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुहर्रम के महीने का यौमे-ए-आशूरा मनाया जा रहा है. इस मौके पर लखनऊ की विक्टोरिया स्ट्रीट से तालकटोरा कर्बला तक जुलूस निकाला गया, जिसमें सभी धर्मों के लोगों ने हिस्सा लिया और भाईचारे और एकता का संदेश दिया. मुहर्रम के मौके पर हिंदू धर्म के नेता स्वामी सारंग ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि चौदह सौ साल पहले हुए अत्याचार के खिलाफ शांति और न्याय के लिए इमाम हुसैन का संघर्ष आज भी दुनिया भर में याद किया जाता है.
यौमे-ए-आशूरा पर मातम में शामिल हुए सभी धर्मों के लोग
मुहर्रम के मौके पर हिंदू धर्म के स्वामी सारंग और मौलाना कल्ब जवाद ने हिस्सा लिया.
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उन्होंने कहा कि जिस इंसान में इंसानियत जिंदा है वह इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों को याद करेगा. हजरत इमाम हुसैन ने शांति का संदेश दिया है जिसे क़यामत तक याद रखा जाएगा. जाने माने धर्मगुरु मौलाना कल्ब जवाद नकवी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि आज यौम-ए-अशूरा का दिन है और इस मौके पर इमाम हुसैन के अनुयायी उनके संदेश को फैलाने में लगे हैं. लखनऊ में मुहर्रम के जुलूस काफी प्रसिद्ध रहे हैं.