हिंसा के बाद पलायन कर रहे लोग. रोहतासः बिहार के सासाराम में हिंसा (Violence in Sararam ) मामले में हालात ठीक नहीं है. घटना के 24 घंटे बाद भी लोग खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. इलाके के लोग इतने डरे हुए हैं कि वे अपना घर छोड़कर शहर से दूर जा रहे हैं. पीड़ित परिवारों का कहना है कि पुलिस पर भरोसा नहीं है. पुलिस की ओर से कोई सुरक्षा नहीं दी जा रही है. यहां कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है. इसलिए घर छोड़ जाने की मजबूरी बन गई है.
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घर का सारा सामान तोड़ दियाः पीड़ित महिला ने कहा है कि घर का सामान तोड़ दिया गया. घर में लूटपाट की गई है. बेटी की शादी के लिए रुपए रखे हुए थे, सभी लूट लिए गए, लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर पाई. उल्टे पुलिस ने कहा कि घर में ताला नहीं लगाइए. घर से बाहर आए तो इसके बाद सारा सामान लूट लिए गए और आग लगा दी गई. पुलिस की ओर से कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा रही है.
यहां कोई सुरक्षा नहीं हैःस्थानीय तरन्नुम ने कहा कि हमलोग यहां रहकर क्या करें? घर छोड़कर जा रहे हैं. स्थिति ठीक नहीं है. पांच लड़की है, उनकी शादी करनी है, लेकिन यहां कोई सुरक्षा नहीं है. इसलिए घर छोड़कर जा रहे हैं. महिलाओं ने पुलिस पर घर में आग लगवाने का आरोप लगाया है. कहा कि जब घर से बाहर निकले तो ताला लगा रहे थे, लेकिन ताला नहीं लगाने दिया गया. घर का सारा सामन लूट लिया गया.
"यहां की स्थिति ठीक नहीं है. इसलिए घर छोड़कर जा रहे हैं. पुलिस की ओर से कोई सुरक्षा नहीं मिल रही है. पांच लड़की है, उनकी शादी करनी है. घर का सारा सामान लूट लिया गया."- तरन्नुम, स्थानीय
खूब ईंट पत्थर चलेः अजय महतो ने कहा कि यहां खूब ईंट-पत्थर चला है. यहां के लोगों में दहशत का माहौल है. लोग घर छोड़कर जा रहे हैं. रामनवमी के जुलूस में कई लोग आए और मस्जिद के समीप हिंसा करने लगे. सीसीटीवी को तोड़ दिया गया है. यहां की हालात ठीक नहीं है इसलिए अपने गांव जा रहे हैं. यहां कभी कुछ भी हो सकता है. कोई कब मार देगा, इसकी गारंटी नहीं है.
"इलाके में ईंट पत्थर चल रहा है. स्थिति ठीक नहीं है. इसलिए घर वार छोड़कर जा रहे हैं. हालात सामान्य होगा इसके बाद आने के बारे में सोचेंगे नहीं तो गांव में ही रहेंगे."-अजय महतो, स्थानीय
हालात सामान्य होगा तो लौटेंगेःस्थानीय कंचन कुमारी ने कहा कि घटना के समय हमलोग घर में कैद हो गए थे, नहीं तो अनहोनी हो सकती थी. मेरे घर के पास ही लोग बंदूक में गोली भर रहे थे. हमलोग खिड़की गेट लगाकर घर में छिपे थे. वे लोग खिड़की भी तोड़ दिए. जिस तरह यहां हालात है, यहां रहना ठीक नहीं है. इसलिए हमलोग घर छोड़कर गांव जा रहे हैं. हालात सामान्य होगा तो लौटेंगे नहीं तो वहीं रहेंगे.
"यहां की हालात ठीक नहीं है. इसलिए हमलोग घर छोड़कर जा रहे हैं. हालात सामान्य होने के बाद वापस आने के बारे में सोचेंगे. घटना से इतनी दहशत है कि कभी भी जान जा सकती है. घर में रहना सुरक्षित नहीं है."-कंचन कुमारी, पीड़िता
क्या है मामलाः बता दें कि सासाराम में गुरुवार को रामनमवी के बाद शुक्रवार को दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई. दो पक्षों के बीच भीषण पथराव और आगजनी की गई, जिससे इलाके का माहौल खराब हो गया है. इस दौरान लोगों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. इसके बाद से लगातार पुलिस कैंप कर रही है. जिला प्रशासन इसे देखते हुए धारार 144 लगा दिया है. इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है.